Move to Jagran APP

Indian Railways Track News: सुरक्षित रेल यात्रा में बाधा बनती हैं रेलवे ट्रैक के पास बनी झुग्गियां

Indian Railways Track News ज्यादातर जगहों पर झुग्गियां सिग्नल के रखरखाव में भी बाधक है और इसकी परिणति रेल दुर्घटना के रूप में सामने आती है।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 04 Sep 2020 08:17 AM (IST)Updated: Fri, 04 Sep 2020 09:00 AM (IST)
Indian Railways Track News: सुरक्षित रेल यात्रा में बाधा बनती हैं रेलवे ट्रैक के पास बनी झुग्गियां
Indian Railways Track News: सुरक्षित रेल यात्रा में बाधा बनती हैं रेलवे ट्रैक के पास बनी झुग्गियां

नई दिल्ली, जेएनएन। Indian Railways Track News: भारत में एक ओर तो बुलेट ट्रेन चलाने की कवायद चल रही है। वहीं, वर्तमान में चल रही रेल और उसके यात्रियों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जा है। राजधानी दिल्ली में भी रेलवे स्टेशन और ट्रैक पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं। रेलवे लाइन के किनारे कई झुग्गियां बसी हुई हैं। रेल में वारदात करने वाले अपराधी झुग्गियों को छुपने की जगह बना लेते हैं। गत दिनों कई ऐसी घटनाएं हुई। जिसमें बदमाश यात्रियों को निशाना बना झुग्गियों में छुप गए थे। यही नहीं झुग्गियों की वजह से रेल हादसा होने की भी आशंका बनी रहती है। वहां रहने वाले लोग शौच से लेकर अपना ज्यादातर काम ट्रैक के किनारे करते हैं। यह अतिक्रमण सुरक्षित रेल सफर में बहुत बड़ा बाधक है। झुग्गियां सिग्नल के रखरखाव में भी बाधक है और इसकी परिणति रेल दुर्घटना के रूप में सामने आती है। स्टेशनों पर तो रेलवे पुलिस फोर्स (आरपीएफ) की तैनाती दिखती है। लेकिन स्टेशन से ट्रेन के निकलते ही उसमें सवार यात्रियों की सुरक्षा भगवान के भरोसे हो जाती है। वीवीआईपी ट्रेनों में जवानों की तैनाती के कारण बदमाश लोकल और मेल ट्रेनों को अपना निशाना बनाते हैं जिसमें सुरक्षा का प्रबंध नहीं होता है।

loksabha election banner

स्टेशन से निकलने पर सिग्नल के समीप ट्रेन के धीमी होने अथवा चेन खींच उसे रोकर आरोपित ट्रेन में लूटपाट अथवा अन्य वारदात करते हैं। वारदात के बाद बदमाश रेलवे लाइन के किनारे बसी झुग्गियां में या तो छुप जाते हैं अथवा चोर रास्ते से निकल फरार होने में सफल हो जाते हैं। दिल्ली में निजामुद्दीन, सराय रोहिल्ला, सब्जी मंडी और आजादपुर सहित अन्य स्थानों पर रेलवे लाइन के किनारे दर्जनों झुग्गियां बसी हुई हैं। हजारों लोग रोजाना ट्रेन से एनसीआर के शहरों में दिल्ली नौकरी व व्यवसाय करने के लिए आते-जाते हैं। अलीगढ़, मथुरा, पानीपत जैसे शहरों से दिल्ली आने वालों के लिए लोकल ट्रेनें लाइफ लाइन की तरह हैं। क्योंकि, सड़क मार्ग से इससे महंगा पड़ता है। इसलिए लोग ट्रेनों में सफर करना उचित समझते हैं। लेकिन उनकी सुरक्षा भगवान भरोसे है। लोकल ट्रेनों में कभी भी रेलवे सुरक्षा बल के जवान भी नहीं होते हैं। जिससे झुग्गियों में रहने वाले असामाजिक तत्व बड़ी संख्या में लोकल ट्रेन के यात्रियों के साथ लूटपाट सहित महिलाओं से छेड़खानी करते हैं।

रेलवे पुलिस ने आपराधिक वारदात को रोकने के लिए गत दिनों दिल्ली के रेलवे स्टेशनों का सुरक्षा सर्वेक्षण करवाया था। इसमें नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली सहित दिल्ली के अन्य रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा की स्थिति बेहतर नहीं पाई गई थी। रेलवे लाइन के किनारे झुग्गियों के अलावा स्टेशनों में प्रवेश के लिए चोर रास्ते सुरक्षा में सबसे बड़े बाधक हैं। छुपने की जगह और सुरक्षा में ढील के कारण जहरखुरानी, झपटमार और सामान चोरी करने वाले गिरोह सक्रिय हैं। 

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.