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'ओम की शक्ति को वैज्ञानिक कर चुके हैं स्वीकार, योग सभी समस्याओं का समाधान'

भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि हिन्दुस्तान में रहने वाले मुस्लिमों से भी खुद को पहले हिन्दुस्तानी और बाद में मुस्लिम मानने के लिए कहा।

By Amit MishraEdited By: Published: Fri, 16 Jun 2017 08:16 PM (IST)Updated: Fri, 16 Jun 2017 08:16 PM (IST)
'ओम की शक्ति को वैज्ञानिक कर चुके हैं स्वीकार, योग सभी समस्याओं का समाधान'
'ओम की शक्ति को वैज्ञानिक कर चुके हैं स्वीकार, योग सभी समस्याओं का समाधान'

नई दिल्ली [राज्य ब्यूरो]। वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि सिर्फ हिन्दू धर्म सबके साथ और सबके विकास की बात करता है। जबकि अन्य सभी धर्म केवल अपना विकास और दूसरों का अहित चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिन्दू धर्म सादगी का पर्याय है।

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स्वामी ने कहा हमारे सभी साधु महात्मा बहुत ही सादा-जीवन व्यतीत करते हैं। इसके विपरीत ईसाई धर्म के पोप जब कहीं जाते हैंं तो काफी अच्छे से तैयार होकर निकलते हैं। उन्होंने हिन्दुस्तान में रहने वाले मुस्लिमों से भी खुद को पहले हिन्दुस्तानी और बाद में मुस्लिम मानने के लिए कहा।

स्वामी शुक्रवार दोपहर प्रगति मैदान के हॉल नं. 7 मे 'द योगशाला एक्सपो 2017' के उदघाटन समारोह में बोल रहे थे। नमो गंगे ट्रस्ट और दैनिक जागरण के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस एक्सपो में उन्होंने हिन्दू धर्म और भारतीय संविधान में भी कई समानताएं बताईं।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से भारतीय संविधान धर्मनिरपेक्ष है, उसी तरह हिन्दू धर्म भी समानता और स्त्री पुरुष की बराबरी की बात करता है। भारतीय संविधान गोहत्या निषेध की बात करता है तो हिन्दू धर्म भी गोहत्या को पाप बताता है। संविधान की तरह रामायण और महाभारत में भी नारी के सम्मान का महत्व बताया गया है।

स्वामी ने कहा कि 2014 के बाद देश में हिन्दू स्वयं को हिन्दू कहने में अब संकोच नहीं कर रहे। यह अच्छी बात है। उन्होंने आगे कहा कि विदेशों में भले ही आज बहुत से लोग योग को भारतीय संस्कृति से अलग करके देख रहे हों लेकिन यह भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। ओम की ध्वनि की शक्ति को तो नासा तक के वैज्ञानिक स्वीकार कर चुके हैं।

मोक्षतायन से आए पद्मश्री स्वामी भारत भूषण ने योग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान से जोड़ा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान की तरह योग भी स्वच्छता और पवित्रता की ही बात करता है। परमार्थ निकेतन ऋषिकेश से पहुंचीं साध्वी भगवती ने योग को सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान बताया।

स्वामी बोधिचिदानंद सरस्वती ने योग और भारतीय संस्कृति में परस्पर सामंजस्य बताया। उन्होंने कहा कि वे स्वयं नित्य योग करते हैं। आयुष मंत्रालय व केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से आयोजित इस तीन दिवसीय एक्सपो के उदघाटन सत्र के अंत में नमो गंगे ट्रस्ट के प्रमुख जगदीश आचार्य ने सुब्रमण्यम स्वामी को प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया।

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