जेएनयू की प्रवेश प्रक्रिया पर उठे सवाल, खर्च को लेकर प्रश्नचिन्ह
छात्र संघ ने जेएनयू की प्रवेश प्रक्रिया और उस पर होने वाले खर्च को लेकर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया के दौरान नकल होने की आशंका जाहिर की है।
नई दिल्ली, जेएनएन। नौ करोड़ रुपये खर्च कर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की प्रवेश परीक्षा कराया जाना छात्रों के गले नहीं उतर रहा है। छात्र संघ ने जेएनयू की प्रवेश प्रक्रिया और उस पर होने वाले खर्च को लेकर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया के दौरान नकल होने की आशंका जाहिर की है। जेएनयू मई के आखिरी सप्ताह में प्रवेश परीक्षा आयोजित करने जा रहा है।
जेएनयू छात्र संघ की ओर से शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि पिछले साल की तुलना में जेएनयू प्रशासन इस साल प्रवेश परीक्षा तीन गुना खर्च कर रहा है। पहले 3 करोड़ रुपये में स्नातक, पीजी, एमफिल व पीएचडी पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती थी। वहीं इस वर्ष नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के साथ मिलकर प्रवेश परीक्षाएं करवाई जा रही हैं। इस पर 9 करोड़ रुपये खर्च होगा। यही नहीं छात्र संघ का कहना है कि अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं है कि देशभर में होने वाली इस ऑनलाइन परीक्षा का निरीक्षण कौन और कैसे करेगा। दरअसल पूर्व में जेएनयू की ओर से कुछ शिक्षकों व प्रशासनिक स्टाफ को परीक्षा केंद्र में प्रबंधन व निरीक्षण के लिए भेजा जाता था, लेकिन इस वर्ष ऐसा नहीं किया गया है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम पर उठाए सवाल
तीन से नौ जून तक जेएनयू कैंपस में सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चरल एमंगस्ट यूथ (स्पीक मैके) की तरफ से 7वां अंतरराष्ट्रीय कंवेंशन होगा। छात्र संघ का कहना है कि इस कार्यक्रम में आने वाले दो हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था जेएनयू कर रहा है। जबकि, मई के आखिरी हफ्ते में प्रवेश परीक्षा देने आए छात्रों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।
जेएनयू के छात्रसंघ अध्यक्ष एन साईं बालाजी ने कहा, 'जेएनयू के कुलपति को बताना चाहिए कि प्रवेश परीक्षा पर खर्च किया जा रहा फंड किस मद से आएगा। कहीं छात्रवास, अकादमिक गतिविधियों, फेलोशिप, कार्यशाला व जेएनयू के रखरखाव के पैसे को कंप्यूटर आधारित प्रवेश परीक्षा पर खर्च तो नहीं किया जा रहा।'
जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रो. प्रमोद कुमार ने कहा, 'प्रशासन की तरफ से कंप्यूटर आधारित प्रवेश परीक्षा में सभी तरह के उचित कदम उठाए गए हैं। छात्र संघ के आरोप गलत हैं और उनके तथ्य भी सही नहीं है। प्रवेश परीक्षा पूरी पारदर्शिता के साथ आयोजित होगी।'
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