Lockdown: ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे छात्र, शिक्षकों से हैंगआउट पर ले रहे सलाह
12वीं कक्षा के वे बच्चे जिनकी परीक्षाएं अभी रह गई हैं उनसे भी समय-समय पर बातचीत की जाती है। इसमें उनकी लंबित परीक्षाओं को लेकर समस्याओं का भी हल किया जाता है।
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। कोरोना वायरस जैसी महामारी के कारण सारे स्कूल बंद हैं, लेकिन बच्चों की कक्षाएं संचालित हो रही हैं। सब कुछ ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है। स्कूल की प्रार्थना का भी वीडियो रिकॉर्ड किया गया है, जिसे रोजाना सुबह बच्चों को भेजा जाता है। ये बातें गंगा राम हॉस्पिटल मार्ग स्थित बाल भारती स्कूल के प्रधानाचार्य एलवी सहगल ने बताई। उन्होंने बताया कि अभिभावकों से भी कहा गया है कि वे रोजाना बच्चों को समय दें। घर में उनकी पढ़ाई की अलग जगह निर्धारित करें और इस बात पर भी ध्यान दें कि स्कूल की तरफ से जो तीन घंटे की कक्षाएं लगाई जाती हैं। उनमें वे जरूर उपस्थित हों।साथ ही बच्चे से पढ़ाई का भी फीडबैक लें और उसका होमवर्क चेक करें। उन्होंने बताया कि स्कूल की तरफ से बच्चों को कुछ क्विज के सवाल भी भेजे जा रहे हैं, ताकि वे कुछ न कुछ नया सीखते रहें और पढ़ाई के प्रति उनका रुझान बना रहे। इसके अलावा बच्चों को इंडोर गेम्स और ऑर्ट व क्रॉफ्ट की भी जानकारी दी जा रही है। बच्चे को अगर किसी विषय में कोई समस्या होती है तो वे जब ऑनलाइन कक्षाएं होती हैं उस समय शिक्षक से तत्काल सवाल पूछ सकते हैं या नोट कर के रख लें जब कक्षा खत्म होने का समय हो तब पूछ लें।
12वीं कक्षा के वे बच्चे जिनकी परीक्षाएं अभी रह गई हैं उनसे भी समय-समय पर बातचीत की जाती है। इसमें उनकी लंबित परीक्षाओं को लेकर समस्याओं का भी हल किया जाता है। इस समस्या को एक संभावना की तरह देखें और ज्यादा से ज्यादा घर पर रहें। अपने परिवार की तरफ ज्यादा ध्यान दे सकते हैं। इससे शिक्षक और बच्चे का रिश्ता भी मजबूत होगा, क्योंकि ऑनलाइन कक्षाओं में बच्चे शिक्षक से कभी भी फोन पर समस्याओं का हल पूछ सकते हैं। इसके साथ ही हर कक्षा का अलग एक वाट्सएप ग्रुप है, जिसमें शिक्षक भी जुड़े हैं।
सभी शिक्षक गूगल हैंगआउट्स के माध्यम से छात्रों को पढ़ा रहे हैं और उनकी समस्याओं का निवारण भी तुरंत कर रहे हैं। साथ ही सभी शिक्षकों को घर बैठे छात्रों को ई-कंटेंट उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसलिए छात्र इन छुट्टियों को पढ़ाई में मिले सुनहरे अवसर की तरह समझें। जितना ज्यादा से ज्यादा हो सके इस समय का सदुपयोग करें। चूंकि अब सभी छात्र घर पर हैं तो अपने दिन को सार्थक गतिविधियों से जोड़ें। कुछ नया सीखें। कोशिश करें कि इस महामारी के समय खुद को मजबूत और सकारात्मक रखें और जितना हो सके उतना समय पढ़ाई को दें।