छात्र संगठन आइसा ने सात कालेजों के निरीक्षण के बाद तैयार की रिपोर्ट, कहा- ना टीका, ना सफाई...कैसे हो पढ़ाई
आइसा सदस्यों ने बताया कि लेडी श्रीराम कालेज सत्यवती कालेज शिवाजी कालेज शहीद भगत सिह कालेजरामलाल आनंद कालेज आर्यभट्ट और हंसराज कालेज में निरीक्षण के बाद रिपोर्ट तैयार की गई है। रिपोर्ट में जिक्र है कि लेडी श्रीराम कालेज परिसर में टीकाकरण की सुविधा नहीं है।
नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। दिल्ली विश्वविद्यालय अंतिम वर्ष के विज्ञान छात्रों के लिए खुल चुका है। विज्ञान संकाय के छात्रों को लाइब्रेरी एवं प्रायोगिक कार्यों के लिए कालेज परिसर में प्रवेश की अनुमति है। छात्र संगठन आइसा के सदस्यों ने डीयू के सात कालेजों का निरीक्षण कर एक रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट में कई नामीगिरामी कालेजों में टीकाकरण केंद्र की व्यवस्था नहीं होने की बात है। यही नहीं सैनिटाइजर, मास्क की व्यवस्था नहीं होने का भी जिक्र किया गया है। छात्र संगठन ने डीयू कुलपति कार्यालय को रिपोर्ट सौंपी है एवं टीकाकरण केंद्र खोलने, मास्क, सैनिटाइजर की व्यवस्था करने के साथ साथ वाई-फाई की सुविधा दुरूस्त करने की गुजारिश की है।
इन काॅलेजों में निरीक्षण कर तैयार की रिपोर्ट
आइसा सदस्यों ने बताया कि लेडी श्रीराम कालेज, सत्यवती कालेज, शिवाजी कालेज, शहीद भगत सिह कालेज,रामलाल आनंद कालेज, आर्यभट्ट और हंसराज कालेज में निरीक्षण के बाद रिपोर्ट तैयार की गई है। रिपोर्ट में जिक्र है कि लेडी श्रीराम कालेज परिसर में टीकाकरण की सुविधा नहीं है। प्राचार्य कार्यालय तक जाने वाले कारिडोर में ही सैनिटाइजर उपलब्ध है। लाइब्रेरी भी बंद है, किताबें इश्यू एवं वापस लौटाने की सुविधा शुरू हुई है। मास्क भी वितरित नहीं किया जाता।
टीकाकरण की सुविधा पर दिया जोर
शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो पाता। वाईफाई की सुविधा भी सीमित क्षेत्र में उपलब्ध है। आर्यभट्ट कालेज, रामलाल आनंद कालेज,सत्यवती कालेज, शहीद भगत सिंह कालेज में भी टीकाकरण की कोई सुविधा नहीं है। हंसराज कालेज और शिवाजी कालेज में छात्रों को टीका लगाया जा रहा है। सत्यवती कालेज, आर्यभट्ट कालेज, रामलाल कालेज, हंसराज कालेज में थर्मल स्क्रीनिंग भी नहीं होती। रिपोर्ट में जिक्र है कि शिवाजी कालेज में डस्टबिन का अभाव है। जबकि हंसराज कालेज में स्वच्छता का अभाव दिखा।
छात्रों ने की मांग
- सभी कालेजों में वाई-फाई की सुविधा मिले
- कालेज परिसर में टीकाकरण केंद्र खोले जाए।
- परिसर में स्वच्छता का ध्यान रखा जाए।
- छात्रों को मास्क वितरित किया जाए।
- प्रत्येक कालेज में इमरजेंसी मेडिकल रूम बने।