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देश की नामी यूनिवर्सिटी की अजब लापरवाही, बिना कॉपी जांचे छात्र को कर दिया फेल

RTI के तहत जानकारी मांगी तो पता चला कि कई प्रश्नों को जांचा ही नहीं गया था।

By JP YadavEdited By: Published: Sun, 25 Feb 2018 07:11 PM (IST)Updated: Sun, 25 Feb 2018 07:11 PM (IST)
देश की नामी यूनिवर्सिटी की अजब लापरवाही, बिना कॉपी जांचे छात्र को कर दिया फेल
देश की नामी यूनिवर्सिटी की अजब लापरवाही, बिना कॉपी जांचे छात्र को कर दिया फेल

नई दिल्ली (जेएनएन)। गरीब, वंचित व कामकाजी ऐसे सभी लोगों के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय शिक्षा का एक मजबूत आधार है। लेकिन अब इस आधार की नींव भी खिसकने लगी है, क्योंकि यहां की परीक्षा प्रणाली सवालों के घेरे में है। एक कंपनी में कार्यरत यहां से पढ़ाई कर रहे छात्र ने परीक्षा की कॉपियां जांचने में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। वह लगातार दो साल से अनुत्तीर्ण हो रहे थे। इसकी तह तक जाने के लिए जब उन्होंने सूचना के अधिकार (आरटीआइ) के तहत जानकारी मांगी तो पता चला कि कई प्रश्नों को जांचा ही नहीं गया था।

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जानकारी के अनुसार उत्तम नगर निवासी पंकज कुमार ने बीए विद मैथ की पढ़ाई के लिए साल 2011 में इग्नू में दाखिला लिया था। 2016 और 2017 में उन्होंने दो बार तीन प्रश्नपत्रों की परीक्षा दी लेकिन उसमें अनुत्तीर्ण रहे।

पंकज ने कहा कि साल 2016 में मैंने इसे खुद की ही कमी माना, लेकिन 2017 में जब मैंने पुन: परीक्षा दी तो फिर मैं उन्हीं तीन प्रश्नपत्रों में 3 अंकों से अनुत्तीर्ण हो गया। इसके बाद मैंने सूचना के अधिकार के तहत इग्नू से जानकारी मांगी और अपनी परीक्षा की सभी कॉपियां मांगी।

इग्नू ने मुङो अनुत्तीर्ण विषय के 2016 और 2017 की कापी मुङो दी। कॉपी देखकर मैं चौंक गया क्योंकि जितने अंकों से मैं अनुत्तीर्ण हूं उससे अधिक अंक के प्रश्नों के उत्तर जांचे ही नहीं गए थे।

पंकज का कहना है कि विषय बीए विद मैथ में प्रश्नपत्र एमटीई 4 के प्रश्न संख्या बी व सी दोनों सही हैं, लेकिन परीक्षक ने उसे चेक नहीं किया। इसी तरह एमटीई 5 प्रश्न पत्र में प्रश्न संख्या 5 का सी सही है, उसे चेक भी किया गया है लेकिन उसका अंक नहीं दिया गया है। इसी प्रश्न पत्र में 5-ए प्रश्न का उत्तर की भी जांच नहीं की गई है।

पंकज का कहना है कि वह इस बाबत लगातार इग्नू को पत्र लिख रहे हैं व कई ईमेल भी कर चुके हैं, लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला है। इसको लेकर इग्नू के शिकायत प्रकोष्ठ सहित स्टूडेंट ईवैल्यूएशन डिवीजन में भी शिकायत की है, लेकिन 9 फरवरी को इग्नू ने एक मैसेज भेज कर कहा है कि यह मामला अब बंद हो गया है।

इस बाबत इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के नव नियुक्त मीडिया प्रभारी राजेश शर्मा का कहना है कि यदि किसी छात्र को ऐसी कोई शिकायत है तो उस पर गंभीरता से ध्यान दिया जाएगा। विश्वविद्यालय स्वयं संपर्क कर उस छात्र के आरोपों का तथ्यों के आधार पर जांच करेगा। किसी छात्र के साथ अन्याय नहीं होगा।


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