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Tokyo Olympic Games: हॉकी में मिली एतिहासिक जीत पर बोले खेल प्रेमी, गोल्ड से कम नहीं ये ब्रांज

Tokyo Olympic Games खेल प्रेमी कह रहे हैं कि यह ब्रांज मेडल गोल्ड से नहीं है।नाउम्मीद हो चुकी हाकी को देश में एक बार फिर नई पहचान मिलेगी। यह जीत होगी को नई ऊंचाई पर लेकर जाएगी।

By Jp YadavEdited By: Published: Thu, 05 Aug 2021 11:52 AM (IST)Updated: Thu, 05 Aug 2021 11:52 AM (IST)
Tokyo Olympic Games: हॉकी में मिली एतिहासिक जीत पर बोले खेल प्रेमी, गोल्ड से कम नहीं ये ब्रांज
हॉकी में मिली एतिहासिक जीत पर बोले खेल प्रेमी, गोल्ड से कम नहीं ये ब्रांज

नई दिल्ली/सोनीपत [दीपक गिजवाल]। एतिहासिक जीत दर्ज कर ब्रांज मेडल जीतने वाली टीम के खिलाड़ियों को देश ने सिर आंखों पर बैठाया है। स्वजनों को बधाईयों का तांता लगा है। खेलप्रेमी कह रहे हैं कि यह ब्रांज मेडल गोल्ड से नहीं है।नाउम्मीद हो चुकी हाकी को देश में एक बार फिर नई पहचान मिलेगी। यह जीत होगी को नई ऊंचाई पर लेकर जाएगी। वहीं, पूर्व हाकी कोच भी इस जीत को देश में फिर से हाकी के स्वर्णिम दौर की शुरुआत करार दे रहे हैं।

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गांव कुराड़ के हाकी खिलाड़ी सुमित के परिवार के साथ ही गांव में खुशी का माहौल है। ग्रामीण जश्न की तैयारियों में जुटी है। वहीं, दोस्त अभी से सुमित के भव्य स्वागत की तैयारियों में जुट गए है। सुमित के भाई अमित ने बताया कि सुमित ने वादा किया था कि टीम मेडल लेकर आएगी। सुमित सहित सब खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल दिखाया। वर्तमान परिद़ृश्य में देखा जाए तो ये ब्रांज गोल्ड से कम नहीं है। यह हाकी के संजीवनी की तरह काम करेगा। हाकी एक बार फिर से नई ऊंचाई पर जाएगी। पूर्व हाकी कोच संदीप सांगवान ने कहा कि लड़कों ने बेहतरीन खेल दिखाया है। हाकी से जुड़े लोग टीम की ताकत को जानते थे ऐसे में पहले से ही आश्वस्त थे कि टीम मेडल लेकर ही लौटेंगे। पिछला जो दौर रहा है उससे मेडल के रंग से कोई फर्क नहीं पड़ता।

नई प्रतिभाओं में जान फूंकेगी यह जीत 

सुमित के दोस्त और राष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी रिंकू आंतिल का कहना है कि यह जीत हाकी खेल रहे युवाओं में नई जान फूंकेगी। रिंकू का कहना कि हाकी खेल रहे आसपास के युवाओं के लिए सुमित प्रेरणा का स्त्रोत रहा है। अब सुमित को ओलिंपिक टीम में देखना सुखद अहसास है। इस उपलब्धि से हाकी खिलाड़ियों को नई पहचान मिलेगी। हाकी अन्य खेलों की तरह प्रसिद्धी पा सकेगी।

शुरू से ही विश्वास था इतिहास रचेगी टीम: पीयूष दूबे

हॉकी कोच पीयूष दूबे का कहना है कि शुरुआत से ही विश्वास था कि यह टीम इतिहास रच सकती है। टीम के हर खिलाड़ी की अपनी खूबी है। उन खूबियों को पहचान कर कोचिंग स्टाफ ने काम किया। खिलाड़ियों की फिटनेस उनको औरों से जुदा बनाती है। टीम खिलाड़ियों की औसत आयु 21-22 साल है। आने वाले समय में टीम और बड़े परिणाम देगी।


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