खेल कोटे से मिली है नौकरी तो पढ़ लें खबर, जा सकती है आपकी जॉब; जानें कारण
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग में खेल कोटे से नौकरी करने वालों के लिए बुरी खबर है। खेल विभाग अब उन सर्टिफिकेटों को मानने से इन्कार कर रह है जो खेल कोटे में भर्ती के लिए दिए गए हैं।
गुरुग्राम [अनिल भारद्वाज]। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग में खेल कोटे से नौकरी करने वालों के लिए बुरी खबर है। खेल विभाग अब उन सर्टिफिकेटों को मानने से इन्कार कर रह है जो खेल कोटे में भर्ती के लिए दिए गए हैं। इससे कई लोगों की नौकरी पर संकट के बादल छाने लगे हैं। बता दें कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने हाल ही में 18 हजार से ज्यादा चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भर्ती की है। आयोग द्वारा की गई भर्ती में खेल कोटे के युवाओं को भी स्थान दिया गया है। लेकिन, खेल कोटे में भर्ती किए गए युवाओं के सामने एक परेशानी खड़ी हो गई है, क्योंकि जिस खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट के बलबूते पर वह भर्ती हुए थे, खेल विभाग अब उन सर्टिफिकेट को सही मानने से इनकार कर रहा है।
रद हो सकता है सर्टिफिकेट
भर्ती हुए कर्मचारियों के संबंधित विभाग, खेल विभाग के पास पत्र भेज ग्रेडेशन सर्टिफिकेट जांच करा रहे हैं कि खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट सही हैं या नहीं? विभागों के पत्रों के जवाब में खेल विभाग जवाब भेज रहा है कि इन खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट को रद माना जाए। ऐसे में भर्ती हुए कर्मचारियों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है। खेल अधिकारियों का कहना है कि नई ग्रेडेशन नीति के चलते नौकरी पाए युवाओं को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
क्या है नई ग्रेडेशन सर्टिफिकेट नीति
खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट बनाने को लेकर नीति में बदलाव किए गए हैं। 25 मई, 2018 को एक नई नीति बनाई थी, जिसके तहत कहा गया था कि जिन खिलाड़ियों के खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट बनने हैं, वह अपने ग्रेडेशन की दोबारा जांच करा लें। जिनके सही होंगे, उन्हें दोबारा सर्टिफिकेट जारी किए जाएंगे और जिनके सही नहीं हैं उनके रोक दिए जाएंगे। बता दें कि पहले राज्य स्तर पर और ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी जैसी प्रतियोगिता व अन्य राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होने पर भी ग्रेडेशन सर्टिफिकेट मिल जाता था, लेकिन अब पदक जीतने के बाद ही ग्रेडेशन सर्टिफिकेट मिलता है।
नौकरी पर तलवार
अब जिन्होंने राज्य स्तर पर और ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी जैसी प्रतियोगिता में पदक नहीं जीते हैं और पहले उन्हें प्रतियोगिता में भाग लेने पर ग्रेडेशन सर्टिफिकेट मिला हुआ है, अगर उन युवाओं ने नौकरी पाने में खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट का लाभ लिया है तो उनकी नौकरी पर तलवार लटक गई है।
अशोक खेमका, अतिरिक्त मुख्य सचिव, खेल विभाग हरियाणा ने बताया कि जिन्होंने ग्रेडेशन के बलबूते से नौकरी ली है उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है वह अपने सर्टिफिकेट की जांच करा लें। अगर सही है, तो उन्हें दोबारा सर्टिफिकेट मिल जाएगा। ग्रेडेशन सर्टिफिकेट बनाने में 25 मई 2018 को नई नीति का पालन किया जाएगा।