दिल्ली पुलिस के जांबाज 'राजपाल कसाना', हथियार तस्करों के लिए थे बन जाते थे काल
डीसीपी प्रमोद के मुताबिक 2013 में मेवात के कुख्यात साली खान समेत सात अन्य को दबोचने में राजपाल की अहम भूमिका थी। इसके बाद उन्हें आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देकर हेड कांस्टेबल बना दिया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। राजपाल कसाना दिल्ली पुलिस के ईमानदार और जांबाज जवान थे। कई ऑपरेशन में उन्होंने शानदार काम किया था, यही वजह थी कि उन्हें आउट ऑफ टर्न प्रमोशन भी दिया गया था। गाजियाबाद की लोनी तहसील के राजपुरा गांव निवासी कसाना 1998 में दिल्ली पुलिस में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे। 2006 में उनका तबादला स्पेशल सेल में कर दिया गया।
कई आतंकी ऑपरेशन में रही थी महत्वपूर्ण भूमिका
सेल में रहने के दौरान उन्होंने कई संगठित गिरोहों के सदस्यों को पकड़ा। कई कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार करने के अलावा आतंकी ऑपरेशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कई कुख्यात गैंगस्टरों के साथ मुठभेड़ दो दर्जन बदमाशों को मार गिराया।
कुख्यात खान को किया था दिलेरी से गिरफ्तार
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक 2013 में मेवात इलाके के सबसे कुख्यात साली खान समेत सात अन्य को दबोचने में राजपाल की अहम भूमिका थी। बदमाशों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे। इसके लिए इसके बाद राजपाल को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देकर हेड कांस्टेबल बना दिया था।
पंजाब के नाभा जेल ब्रेक कांड में भी 24 घंटे के अंदर किया था गिरफ्तार
नवंबर 2016 में पंजाब के नाभा जेल तोड़कर पुलिसकर्मियों के हथियार लूटने व अपराधियों को भगाने की घटना के 24 घंटे के अंदर स्पेशल सेल ने केएलएफ चीफ हरमिंदर सिंह उर्फ मिंटू को सराय काले खां से दबोच लिया था। उक्त मामले में राजपाल कसाना की अहम भूमिका थी।
हथियार तस्करों के लिए थे बन जाते थे काल
राजपाल की टीम ने कई हथियार तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से 1050 अवैध हथियार 6000 कारतूस बरामद किए थे। पिछले साल राजपाल की टीम ने कुख्यात ड्रग तस्कर को दबोच उसके पास से 200 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ बरामद किए थे। इसके अलावा पिछले साल एक-एक लाख के 11 इनामी बदमाशों को दबोचा था।
दिल्ली-एनसीआर की महत्वपूर्ण खबरों को पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक