AAP के इस कदम से बिहार के CM नीतीश के 'मिशन लोकसभा' के सपने को लगा करारा झटका
लोकसभा चुनाव की आहट के साथ ही सभी राजनीतिक दलों में आवाजाही का दौर भी शुरू हो गया है। आम आदमी पार्टी को कई दलों के नेताओं ने आज ज्वाइन किया। इसमें नीतीश के करीबी अशोक यादव भी थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। लोकसभा चुनाव की आहट के साथ ही सभी राजनीतिक दलों में आवाजाही का दौर भी शुरू हो गया है। इसी कड़ी में मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्य कार्यालय में राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा प्रभारी दिलीप पांडेय और तिमारपुर विधायक पंकज पुष्कर की उपस्थिति में भाजपा और कांग्रेस सहित कई दलों के पदाधिकारियों ने आप का दामन थामा। इन में जदयू से प्रदेश महासचिव रहे अशोक यादव भी थे। अशोक यादव द्वारा नीतीश की पार्टी जदयू को छोड़ कर आप में चले जाने से नीतीश कुमार के मिशन लोकसभा को झटका लगा है।
आप में शामिल हुए लोगों का स्वागत करते हुए सांसद संजय सिंह ने कहा कि, 2012 में हमने पार्टी बनाई। 2013 के चुनाव में दिल्ली में पहली बार में ही 28 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया। 2015 के विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटों पर जीत हुई।
संजय सिंह ने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोकसभा प्रभारी दिलीप पांडेय को लोकसभा चुनाव में भारी मतों से जितवा दें। इससे उत्तर-पूर्वी दिल्ली क्षेत्र की तस्वीर बदल जाएगी। वहीं पांडेय ने कहा कि आम आदमी पार्टी एक परिवार है और हर सदस्य अपने आप में बहुत खास है।
भाजपा को जनता से कोई सरोकार नहीं है। वह केवल अपना भला देखती है। ये लोग नफरत, जात-पात और धर्म की राजनीति करते हैं। कांग्रेस सिर्फ वोट काटने वाली पार्टी बनकर रह गई है। कांग्रेस को वोट देना मतलब भाजपा को जिताना है।
पार्टी में शामिल हुए पदाधिकारियों में भाजपा से ऋचा मुद्रा, आशा बिष्ट, पवन शर्मा, राजेश कुमार, विकास कुमार, यामिनी अंसारी, रिजवान आलम, राशिद अली, धीरज, मुकेश पाल, आर जी हरि, हरिजन सेवक संघ के रवि गहलोत, अंजलि चौहान, जदयू से प्रदेश महासचिव रहे अशोक यादव, तिमारपुर अध्यक्ष रहे हरि किशोर तथा सैंकड़ों कार्यकर्ताओं सहित अंगद चौधरी के नाम शामिल हैं।