दिल्ली-एनसीआर में 1000 कारें चुराने वाला गैंग का पर्दाफाश, छह गिरफ्तार
पुलिस गिरफ्तार में आया गैंग का मास्टर माइंड रवि इंटर है, जबकि विपिन आठवीं पास है।
नोएडा (जेएनएन)। दिल्ली-एनसीआर से एक हजार से भी अधिक कार चुराकर पूर्वोत्तर राज्यों में सप्लाई करने वाले गिरोह के छह शातिर मंगलवार को गिरफ्तार किए गए हैं। चोरी की सात कारें, वाहन चोरी के अत्याधुनिक उपकरण, छह फर्जी आरसी, फर्जी नंबर प्लेटें, फर्जी नंबर प्लेटें तैयार करने के लिए अक्षर के दो डिब्बे सहित अन्य कई सामान बरामद हुए हैं। गैंग के पांच आरोपी फरार हैं।
कोतवाली सेक्टर 39 पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रवि उर्फ भूप सिंह, विपिन निवासी भदनवारा, थाना सुरीर मथुरा, सुजान निवासी ढाढेरन बयाना भरतपुर राजस्थान, सर्वेश निवासी भाबलपुर जसवंत नगर इटावा, लक्ष्मी नारायण निवासी महादेव गंगा मंदिर के पास भरतपुर राजस्थान और गौरव तोमर निवासी पोरसा मुरैना मध्य प्रदेश के रूप में हुई।
रवि और विपिन दोनों भाई हैं और दोनों सेक्टर 47 में किराए के फ्लैट में रहते हैं। गैंग का मास्टर माइंड रवि इंटर है, जबकि विपिन आठवीं पास है।
गौरव ने ग्वालियर के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक तृतीय वर्ष की पढ़ाई की है। पांच आरोपी राज भाटिया निवासी सेक्टर 47, सुबोध निवासी घनश्यामपुरा जसवंत नगर इटावा, मोंटू निवासी भरतपुर राजस्थान, राजू शर्मा उर्फ गोली उर्फ सरकार निवासी शहीदनगर सदर बाजार आगरा और रहमान निवासी लखीमपुर असम फरार हैं।
एसएसपी लव कुमार ने बताया कि वर्ष 2002 से यह गैंग वाहन चुरा कर पूवरेत्तर राज्यों में सप्लाई कर रहे थे। पूवरेत्तर राज्यों के बदमाशों की मदद से वहां गाड़ियां बेची जाती हैं।
गैंग लीडर रवि ने स्वीकारा है कि अबतक एक हजार से भी अधिक गाड़ियां चुरा कर बेच चुका है। बरामद सात कारों में चार कारें दिल्ली से जबकि एक कार आगरा से चुराई गई है, तीन अन्य कारों में फर्जी नंबर प्लेटें हैं। अत्याधुनिक उपकरण से चंद मिनट में ऑटोमेटिक कारों के लॉक तोड़कर कार चुरा लेते थे।