गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड बनाने की ओर राजकुमार ने बढ़ाए कदम
सितार वादन के कई कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुके राजकुमार अब गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड बनाने की ओर प्रयासरत हैं। वह 23 अगस्त सुबह आठ बजे से द्वारका सेक्टर-19 स्थित स्कूल आफ स्पेशलाइज्ड एजुकेशन में सितार वादन कर रहे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। अपने कार्य के प्रति समर्पण और उत्साह हो तो कोई भी कार्य मुश्किल नहीं होता है। इन्हीं शब्दों को चरितार्थ करने में लगे हैं द्वारका सेक्टर-19 स्थित राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय में संगीत के शिक्षक राजकुमार। सितार वादन के कई कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुके राजकुमार अब गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड बनाने की ओर प्रयासरत हैं।
वह 23 अगस्त सुबह आठ बजे से द्वारका सेक्टर-19 स्थित स्कूल आफ स्पेशलाइज्ड एजुकेशन में सितार वादन कर रहे हैं। वह मंगलवार को दो बजे तक यानी 30 घंटे लगातार सितार वादन कर गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवाना चाहते हैं। राजकुमार के सितार वादन का एक-एक पल गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड के अधिकारी आनलाइन देख रहे हैं। घिटोरनी के स्कूल में शिक्षक सीएस झा ने बताया कि बहुमुखी प्रतिभा के धनी राजकुमार से मुलाकात एक वर्ष पूर्व हुई थी।
उस दौरान उन्होंने बताया था कि सबसे ज्यादा समय तक सितार वादन का गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड बनाना है। मेरे साथ गौरव कुमार, चंदन झा, पुरुषोत्तम भारद्वाज उनका उत्साहवर्धन के लिए यहां मौजूद हैं। इससे पहले केरल के राधाकृष्णन मनोहरन ने अक्टूबर 2017 में 29 घंटे आठ मिनट तक सितार वादन कर गिनीज बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड बनाया था।
दीवार पर पेंटिंग के माध्यम से मिल रहे प्रेरक संदेश
वहीं, संदेशों को आम जन तक पहुंचाने के लिए पेंटिंग एक अच्छा माध्यम है। यदि इन संदेशों के साथ स्वच्छता को भी बढ़ावा मिले तो एक पंथ दो काज हो जाए। ऐसे में इस माध्यम का प्रयोग करते हुए उत्तरी दिल्ली नगर के केशवपुरम जोन में दीवारों को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए प्रेरक पेंटिंग बनाने की शुरुआत हुई है। इस सिलसिले में केशवपुरम में आधे किलोमीटर की दीवार पर पेंटिंग उकेरे गए हैं। इनमें तरह-तरह की कलाकृतियों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया किया गया है। इसके साथ ही चित्रों के जरिये कोरोना योद्धाओं का सम्मान, जल संरक्षण, जीव संरक्षण व पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने का भी कार्य किया जा रहा है।