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रेवाड़ी सामूहिक दुष्कर्म: कोर्ट ने तीनों आरोपियों को पुलिस रिमांड में भेजा

रेवाड़ी सामूहिक दुष्कर्म मामले में एसआइटी को बड़ी कामयाबी मिली है। नूह जिले की एसपी नाजनीन भसीन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मुख्य आरोपी नीशु भी गिरफ्तार हो चुका है।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 10:41 AM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 02:18 PM (IST)
रेवाड़ी सामूहिक दुष्कर्म: कोर्ट ने तीनों आरोपियों को पुलिस रिमांड में भेजा
रेवाड़ी सामूहिक दुष्कर्म: कोर्ट ने तीनों आरोपियों को पुलिस रिमांड में भेजा

नई दिल्ली/रेवाड़ी (जेएनएन)। हरियाणा के रेवाड़ी जिले में 19 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार आरोपी दीन दयाल, डॉ. संजीव और मुख्य आरोपी निशू को कोर्ट ने पांच दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। सोमवार दोपहर पुलिस ने गिरफ्तार तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां पर कोर्ट ने तीनों को पुलिस रिमांड में भेज दिया। इससे पहले रविवार को एसआइटी को बड़ी कामयाबी मिली, जब तीन में से एक मुख्य आरोपी नीशु गिरफ्तार कर लिया गया।

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रेवाड़ी सामूहिक दुष्कर्म मामले में नूह जिले की एसपी नाजनीन भसीन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि 30 घंटे के अंदर-अंदर एसआइटी ने दो लोगों (दीनदयाल और डॉक्टर संजीव) को पकड़ लिया है। इस बीच रेवाड़ी के नए एसपी राहुल शर्मा ने कहा कि मैंने पीड़िता से मुलाकात की। जांच की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए मैं जल्द ही एसआइटी की टीम से भी मुलाकात करूंगा। 

वहीं, रेवाड़ी जिला अस्पताल के मेडिकल सुप्रींडेंटेड ने बताया कि पीड़िता की स्थिति सामान्य है और ट्रॉमा से बाहर आ रही है।

नीशु ने रची थी प्लानिंग 
एसपी नाजनीन भसीन ने बताया कि दीनदयाल उस ट्यूबवेल का मालिक है, जहां यह घटना हुई। डॉक्टर संजीव को भी अब तक इस मामले में शामिल पाया गया है। मुख्य आरोपी नीशु था। उसने ही पहले से प्लानिंग की थी और डॉक्टर को भी उसने ही बुलाया था।

100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई
एसपी भसीन ने कहा कि मामले में सेना का जो जवान शामिल था वह फिलहाल पकड़ा नहीं गया है। हम उसे जल्द गिरफ्तार कर लेंगे। डॉक्टर संजीव को इस मामले में शामिल पाया गया है, क्योंकि वह जानता था कि तीन लड़कों ने उस लड़की को पकड़ रखा है। वह अंत तक प्लान में शामिल रहा और उसने किसी को कुछ नहीं बताया। भसीन ने बताया कि रेवाड़ी गैंगरेप मामले में 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई थी। दीनदयाल को पता था कि उसके ट्यूबवेल पर क्या हो रहा है। जांच में पता चला है कि नीशु ने उससे फोन पर बात की थी और बताया था कि उन्हें एक कमरे की जरूरत है। यह सब प्लानिंग के साथ हुआ था।

एसपी का किया ट्रांसफर  

सामूहिक दुष्कर्म की घटना के सामने आने के बाद से ही पुलिस पर लापरवाही के आरोप लग रहे थे। जिसके बाद रेवाड़ी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश दुग्गल का ट्रांसफर कर दिया गया था। राजेश दुग्गल के बाद राहुल शर्मा ने रेवाड़ी के नए एसपी के तौर पर कार्यभार संभाला है। पूरे मामले पर हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू ने कहा कि हरियाणा CM ने मुझे बुलाया और इस गंभीर अपराध पर चर्चा की। मैंने उन्हें पूरी घटना में पुलिस द्वारा की गई जांच और कार्रवाई की जानकारी दी। स्थानीय पुलिस द्वारा निष्क्रियता की जानकारी मिलने पर CM ने रेवाड़ी एसपी का ट्रांसफर किया। जिस जगह पर घटना हुई उसके मालिक दीनदयाल और डॉ संजीव जिसने पीड़िता को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की थी, को हमने गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने हमें काफी जानकारी दी है, हम उस पर काम कर रहे हैं। मुख्य अभियुक्त को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा

पुलिस की गिरफ्त में होंगे आरोपी 
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि सभी आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे। इससे पहले रविवार सुबह ही पीड़िता की मां ने शनिवार को सहायता राशि के तौर पर मिले दो लाख रुपये के चेक को लौटा दिया था। रविवार को चेक वापस करते हुए पीड़ित छात्रा की मां ने कहा कि मेरी बेटी की आबरू की कीमत लगाई जा रही है। मुझे चेक नहीं, इंसाफ चाहिए। उन्होंने कहा कि पीड़ित बेटी को उचित इलाज तक नहीं मिल रहा है। डॉक्टर बेटी के डिप्रेशन में जाने की बात कहकर मुझे भी मिलने नहीं दे रहे हैं। बेटी को बूचड़खाने में लाकर पटक दिया है। उन्होंने बेटी को बेहतर इलाजे के लिए एम्स या मेदान्ता मेडिसिटी में रेफर करने की मांग की है।

पलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल 
पीड़ित छात्रा की मां ने ने आरोप लगाया कि घटना के बाद जब वह महिला थाने में FIR दर्ज कराने पहुंची थीं तो पुलिस ने उल्टा उन्हें ही धमकाकर भगा दिया था। पुलिस ने उनकी शिकायत भी फेंक दी थी। पुलिस पांच दिन बाद एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस मामले में लीपापोती कर रही है। आरोपियों को बचने का मौका दिया जा रहा है।

उधर मामले में रेवाड़ी पुलिस ने तीनों आरोपियों मनीष, नीशु और सेना के कर्मचारी पंकज की तस्वीरें जारी की हैं।हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू ने शनिवार को बताया था कि सामूहिक दुष्कर्म मामले में मुख्य आरोपी पंकज सेना में कार्यरत है और फिलहाल राजस्थान में तैनात है। आरोपी के खिलाफ वारंट हासिल किया जा रहा है। बाकी दोनों आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

मेडिकल रिपोर्ट से सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि
शनिवार दोपहर पत्रकार वार्ता में नाजनीन भसीन ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट से सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि हो गई है। हमने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की हैं। एसपी ने लोगों से भी अपील की है कि वे आरोपियों के बारे में कोई जानकारी हो तो दें। उन्होंने इस दौरान आरोपियों की जानकारी देने पर एक लाख रुपये देने का भी एलान किया। 

पीड़िता के स्वास्थ्य पर है डॉक्टरों की नजर 
वहीं, रेवाड़ी जिला अस्पताल के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट सुदर्शन पंवार ने बताया कि पीड़िता की हालत स्थिर है और धीरे-धीरे सदमे से बाहर आ रही है।  उसके एक्सरे और अल्ट्रासाउंट की रिपोर्ट सामान्य है। हम लगातार उस पर नजर रखे हुए हैं। 

हालत बिगड़ने पर झोलाछाप को बुलाकर लाए थे आरोपी
कनीना से अपहरण के बाद 12 सितंबर को रेवाड़ी-झज्जर जिले की सीमा पर खेतों में ले जाकर जिस युवती से सामूहिक दुष्कर्म किया गया था उसका स्वास्थ्य बिगड़ गया था। अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण आरोपियों में से एक ने अपने एक परिचित झोलाछाप को उस कुएं पर बुलवाया था, जहां पर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था। 

बस स्टैंड पर छोड़कर फरार हो गए आरोपी 
सूत्रों के अनुसार छात्रा को कुएं पर ले जाने के बाद एक आरोपी नीशु ने फोन करके कुछ युवकों को बुलवाया था। दरिदंगी के बाद जब स्वास्थ्य बिगड़ा तो एक आरोपी ने किसी गांव से झोलाछाप को फोन पर कुएं पर बुलाया था। उसने छात्रा की हालत देखने के बाद उपचार के लिए मना कर दिया। इसके बाद आरोपी पीड़ित छात्र को गांव के एक अन्य चिकित्सक के पास लेकर गए जहां पर चिकित्सक ने उसको दवा दी। इसके बाद भी जब स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ तो आरोपी छात्रा को कनीना बस स्टैंड पर छोड़कर फरार हो गए। 

यह है मामला
पुलिस में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार बुधवार को रेलवे की परीक्षा की कोचिंग के लिए पीड़िता कनीना गई थी। कनीना पहुंचने के बाद उसी के गांव निवासी पंकज, मनीष व नीशु ने उसे रोक लिया तथा कोचिंग के बारे में पूछने लगे। इसी दौरान मनीष ने छात्रा को पीने के लिए पानी दिया तथा पानी पीने के बाद वह बेहोश हो गई। छात्रा का आरोप है कि तीनों उसे एक खेत में ले गए तथा उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। छात्रा ने किसी तरह अपने पिता को घटनाक्रम की जानकारी दी, जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे तथा छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया।

लापरवाही पर हुई कार्रवाई
छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में समय पर सूचना मुहैया नहीं कराने तथा कर्तव्य में कोताही बरतने के आरोप में एसपी विनोद कुमार ने कनीना थाने के सुरक्षा सहायक नित्यानंद को लाइन हाजिर कर दिया है। इस मामले में पुलिस पर भी लापरवाही बरतने के आरोप लग रहे हैं। सुरक्षा सहायक पर आरोप है कि सूचना होने के बाद उन्होंने उच्चाधिकारियों को समय पर जानकारी नहीं दी।

पुलिस दोषी हुई तो करेंगे कार्रवाई: महिला आयोग
हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन प्रतिभा सुमन शुक्रवार को दुष्कर्म पीड़िता से मिलने के लिए नागरिक अस्पताल में पहुंची। उन्होंने पीड़िता व उसके परिजनों से मुलाकात की तथ पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। आयोग की चेयरपर्सन ने कहा कि आयोग ने सभी रिपोर्ट तलब की है। यदि कार्रवाई करने में कही भी पुलिस दोषी पाई जाती है तो कार्रवाई होगी, लेकिन अब तक की कार्रवाई से वे संतुष्ट है। 

प्रतिभा सुमन ने कहा कि पीड़िता के परिजन धमकी मिलने की बात कह रहे हैं। इस कारण पीड़िता के परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए रेवाड़ी पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि अभी बच्ची की तबीयत ठीक है तथा बात कर पा रही है। उन्होंने कहा कि आरोपी युवक बदमाश प्रवृत्ति के बताए जा रहे हैं। उन्हें सख्त सजा दिलाई जाएगी। 

विरोधियों ने सरकार को घेरा 
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राज्यसभा सदस्य कुमारी शैलजा व पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए इसे मनोहर सरकार की कमजोर कानून-व्यवस्था का परिणाम बताया है। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि सरकार फेल हो चुकी है। दुष्कर्म के मामले बढ़ रहे हैं।

पीड़िता की मां ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी दें मेरी बेटी को न्याय
पीड़िता की मां पूरे घाटनाक्रम से मानो टूट सी गई है। उनका बस यही कहना है कि मेरी बेटी को अव्वल आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया था। अब बेटी को न्याय दिलाने के लिए उन्हें आगे आना चाहिए। मोदी और मनोहर सरकार 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा दे रही हैं। लेकिन, अगर यही हालात रहे तो बेटियां कैसे पढेंगी।

जिसका संवारा जीवन, उसी ने छीन ली खुशियां
सामूहिक दुष्कर्म के मामले में नामजद तीन में एक आरोपी पंकज ऐसा भी है, जिसे पीड़िता के पिता की बदौलत ही सरकारी नौकरी नसीब हुई थी। इसे ही मुख्य आरोपी माना जा रहा है। जिसकी बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हो उसका दर्द वही जान सकता है, लेकिन जब यह पता चले की दर्द देने वाला कोई उन्हीं का शिष्य है तो उस पर क्या बीत रही होगी इसका एहसास ही भीतर तक हिला देता है। आरोपी पंकज की बदौलत ही पीड़िता धोखा खा गई। उसे पता नहीं था कि पापा का शिष्य ही उसके जीवन में जहर घोलने का पाप करेगा।


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