Durga Puja Sindur Khela : कोरोना के कारण टूटेगी वर्षों पुरानी परंपरा, दुर्गा पंडालों में नहीं खेला जाएगा सिंदूर
मंदिर मार्ग स्थित कालीबाड़ी मंदिर में आयोजित होने वाली दुर्गा पूजा के मुख्य आयोजक स्वपन गांगुली ने बताया की कोरोना संक्रमण के चलते पहली बार दुर्गा पूजा प्रभावित हुई है। इसके चलते समिति की ओर से कई बदलाव किए गए।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के चलते आज यानी सोमवार को दुर्गा पंडालों में खेला जाने वाला सिंदूर खेला का कार्यक्रम नहीं होगा। राजधानी में बढ़ते कोरोना वायरस और लोगों के बीच शारीरिक दूरी बनाए रखने के चलते इस बार वर्षों पुरानी परंपरा को नहीं निभाने का फैसला लिया गया है। वहीं, देर शाम को मां दुर्गा की मूर्ति का अस्थायी रूप से बनाए गए तालाब में विसर्जन किया जाएगा।
मंदिर मार्ग स्थित कालीबाड़ी मंदिर में आयोजित होने वाली दुर्गा पूजा के मुख्य आयोजक स्वपन गांगुली ने बताया की कोरोना संक्रमण के चलते पहली बार दुर्गा पूजा प्रभावित हुई है। इसके चलते समिति की ओर से कई बदलाव किए गए। उन्होंने बताया कि पहली बार पांडाल को खुला बनाया गया ताकि हवा पास होती रहे। साथ ही पंडाल में कोई सांस्कृतिक व सामाजिक कार्यक्रम भी आयोजित नहीं किए गए। करीब 80 साल में पहली बार ऐसा हो रहा है जब दुर्गा पूजा के समापन के मौके पर पश्चिम बंगाल की रहे वाली व दुर्गा पूजा में शामिल होने वाली महिलाएं सिंदूर नहीं खेलेंगी। हर साल ये महिलाएं परंपरागत रूप से सजधज कर पंडाल में आती थी और एक दूसरे को सिंदूर खेलकर मां दुर्गा को प्रसन्न करती थीं।
इस बार कोरोना संक्रमण के चलते यह फैसला लिया गया है कि सिंदूर केवल एक महिला खेलेगी। जो शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मां को सिंदूर चढ़ाएगी। वही शाम पांच बजे मंदिर में मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा। यह भी पहली बार हो रहा है जब मूर्ति का मंदिर परिसर के अंदर ही विसर्जन किया जा रहा है। उधर, मिंटो रोड स्थित दुर्गा पूजा के पुजारी पीएन भट्टाचार्य ने बताया कि कोरोना के चलते पहली बार पंडाल में भक्तों को आने की अनुमति नहीं दी गई थी। साथ ही सिंदूर खेलने का भी कार्यक्रम इस बार नहीं किया जा रहा है। इसकी भक्तों के मन में ठेस है।
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