दिवाली से पहले दिल्ली को मिलेगा स्काईवॉक और सिग्नेचर ब्रिज का तोहफा, जानें- क्या है खास
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने आइटीओ स्थित निर्माणाधीन स्काईवॉक का निरीक्षण किया।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्लीवासियों को दिवाली से पहले दो तोहफे मिलेंगे। ये तोहफे आइटीओ स्थित स्काईवॉक और यमुना पर वजीराबाद में बना रहा सिग्नेचर ब्रिज है। इनसे दिल्लीवासियों को यातायात में सुविधा मिलेगी, साथ ही ये दिल्ली की खूबसूरती भी बढ़ाएंगे। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को आइटीओ स्थित निर्माणाधीन स्काईवॉक का निरीक्षण किया।
पूरा हो गया है 70 फीसद काम
बता दें कि स्काईवॉक का निर्माण कार्य अप्रैल में शुरू हुआ था। यह सितंबर के अंत या अक्टूबर के पहले सप्ताह में बनकर तैयार हो जाएगा। इसका काम तेजी से चल रहा है। स्काईवॉक का करीब 70 फीसद काम पूरा हो गया है। इसकी मदद से मेट्रो स्टेशन से सीधे एक तरफ से दूसरी ओर जा सकेंगे।
30 हजार लोग करेंगे इस्तेमाल
आइटीओ, तिलक मार्ग, सुप्रीम कोर्ट और अन्य स्थल पर जाने के लिए नीचे ट्रैफिक में उतरने की जरूरत नहीं होगी। करीब 54 करोड़ रुपये से तैयार होने वाले इस स्काईवॉक का रोजाना करीब 30 हजार लोग इस्तेमाल करेंगे। पहले इसे 30 जून तक पूरा करने का लक्ष्य था।
दिन के काम में है जोखिम
परियोजना में देरी होने का कारण निर्माण स्थल पर दिन के समय अधिक यातायात का होना है। इस कारण परियोजना पर दिन के समय काम करना खतरे से भरा है और दिन में काम करने के लिए यातायात पुलिस की ओर से अनुमति नहीं है।
जाम से बच सकेंगे वाहन चालक
योजना पर काम कर रहे लोक निर्माण विभाग द्वारा कराए गए सर्वे में सामने आया है कि आइटीओ चौक और डब्ल्यू प्वाइंट पर प्रतिदिन करीब 30 हजार लोग पैदल सड़क पार करते हैं। आइटीओ चौक पर व्यस्त समय में हर घंटे करीब 16000 से 20000 वाहन गुजरते हैं, जबकि आइटीओ डब्ल्यू प्वाइंट पर वाहनों का यह दबाव करीब 12000 प्रति घंटा है। यदि लोग स्काईवॉक का उपयोग करेंगे तो इसका लाभ यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को भी मिलेगा। पैदल यात्रियों के कारण लगने वाले जाम से वाहन चालक बच सकेंगे।
खास होगा स्काईवॉक
यहां वाईफाई की सुविधा होगी। सोलर पैनल लगेंगे, एलईडी लाइटें लगेंगी। सीसीटीवी कैमरे होंगे। स्काईवॉक पर एक प्लाजा बनेगा। जहां फूड एंड शॉपिंग के स्टॉल भी होंगे।