नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली श्रद्धा वालकर की हत्या के बारे में पुलिस को अभी तक ठोस सबूत हाथ नहीं लगे हैं। मामले में आरोपित आफताब अमीन पूनावाला से गिरफ्तारी के 23 दिन बाद भी ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है। आरोपित बहुत शातिर है। पुलिस इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने की कोशिश कर रही है। दिल्ली पुलिस की कई टीमों ने दिल्ली से बाहर महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा में जानकारी जुटाई है।
आफताब बेहद शातिर किस्म का है। उसने लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या के बाद शव के टुकड़े करके ठिकाने लगाया। 18 मई को हत्या के बाद उसने शव के 35 टुकड़े कर दिए। उसने शव के टुकड़ों को महरौली के जंगल में फेंका। साथ दिल्ली के कई और इलाकों में भी टुकड़ों को फेंका था।
आरोपित 12 नवंबर को पुलिस की गिरफ्त में आया। उससे पहले वह बेखौफ घूम रहा था। पुलिस को घटना के बारे में जानकारी तब हुई जब श्रद्धा के पिता ने बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट कराई। पिता ने 8 नवंबर को महाराष्ट्र की पुलिस से शिकायत की। जब बेटी के दिल्ली में होने के बारे में पता चला तो मामला दिल्ली पुलिस के पास पहुंचा। इसके बाद पुलिस को आफताब पर शक हुआ। उसे 12 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया। कड़ाई से पूछताछ में उसने उसक हत्या की बात कबूल की। साथ ही उसने शव के टुकड़ों को फेंकने के बारे में भी बताया।
10 दिन तक पुलिस हिरासत में पूछताछ
दिल्ली पुलिस ने आफताब से कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस हिरासत में रखा और उससे पूछताछ की। आरोपित मामले में कई अहम खुलासे किए, लेकिन उससे कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया है।
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हत्या की बात कबूली
पुलिस के सूत्र ने बताया है कि पॉलीग्राफ और नार्को-एनालिसिस दोनों टेस्टों में आफताब ने पूरा सहयोग किया था। वहीं पूछताछ के दौरान पुलिस द्वारा पूछे गए सवालों के भी उसने वही जवाब दिए, जो उसने बाकी टेस्ट में दिए थे। पुलिस सूत्र के अनुसार आफताब ने इस बात को स्वीकार किया है कि उसी ने अपनी लिव-इन-गर्लफ्रेंड (श्रद्धा वालकर) की हत्या की और यह भी स्वीकार किया कि उसने दिल्ली के वन क्षेत्रों के विभिन्न स्थानों पर उसके शव के टुकड़े फेंके थे।
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13 से अधिक हड्डियां बरामद, आरी और सिर, मोबाइल अभी नहीं मिला
हालांकि, पुलिस को अभी तक श्रद्धा वालकर का सिर नहीं मिल पाया है और वह अब भी शरीर के अन्य हिस्सों की तलाश में जुटी हुई है। साथ ही जिस आरी से शव के टुकड़े किए थे, वो भी अभी बरामद नहीं हुई है और मोबाइल भी नहीं मिला है। हत्या के दौरान श्रद्धा और आफताब ने जो कपड़े पहने थे, उन्हें भी आरोपित ने ठिकाने लगा दिया। जो अभी तक बरामद नहीं हुए हैं।
पुलिस ने यह भी कहा है कि आफताब ने सभी टेस्टों में जवाब एक जैसे ही दिए हैं, इसलिए इस केस में कोई नए मोड़ आने की संभवनाए कम है। सूत्र के अनुसार, श्रद्धा की डीएनए रिपोर्ट अगले सप्ताह तक आ जाएगी। पुलिस ने यह भी कहा कि चूंकि अब तक 13 से अधिक हड्डियां बरामद की जा चुकी हैं, इसलिए डॉक्टरों को श्रद्धा की मौत का पता लगाने और पुष्टि करने के लिए केवल हड्डियों की संख्या और पहचान करना है।
तिहाड़ में आफताब पढ़ रहा नॉवल, खेल रहा चेस
तिहाड़ जेल अधिकारियों ने आफताब को नॉवल 'द ग्रेट रेलवे बाजार' की एक किताब दी है। यह किताब अमेरिकी उपन्यासकार पॉल थेरॉक्स का यात्रा वृतांत 'द ग्रेट रेलवे बाजार: बाय ट्रेन थ्रू एशिया' (The Great Railway Bazaar: By Train Through Asia) है। आरोपित उपन्यास पढ़ने के लिए जेल प्रशासन से मांग की थी। वहीं, वह जेल में चेस (Chess) भी खेलता है और अकेला खेलता है। काले और सफेद मोहरे खुद ही चलता है।
ये है पूरा मामला
श्रद्धा मुंबई के एक कॉल सेंटर में आफताब से मिली थी। 2019 में श्रद्धा एक दिन अचानक आफताब को लेकर अपने घर आ गई थी और उसने मां से कहा था कि वह उसके साथ कहीं लिव इन रिलेशनशिप में रहना चाहती है। बेटी की यह बात सुनकर उसकी मां चौंक गई थी। उन्होंने समझाते हुए श्रद्धा से कहा था कि यहां अंतर धार्मिक विवाह नहीं हो सकता है। इसपर छूटते ही श्रद्धा ने कहा था कि मैं 25 साल की हो गई हूं। मुझे अपने फैसले लेने का पूरा अधिकार है। मुझे आफताब के साथ ही रिलेशनशिप में रहना है। मैं आज से आपकी बेटी नहीं हूं और अपने माता-पिता को छोड़कर दिल्ली रहने आ गई थी।
जब श्रद्धा का कोई अपडेट नहीं मिला तो पिता ने दर्ज कराई FIR
2021 में मां के निधन के बाद श्रद्धा ने अपने पिता से सिर्फ दो बार ही बात की थी। जब काफी दिनों तक पिता की बेटी श्रद्धा से बात नहीं हुई (और सोशल मीडिया पर अपडेट नहीं था) तो उन्होंने सितंबर में ही मानिकपुर थाने में पुलिस से शिकायत की। फिर दिल्ली में श्रद्धा का पता चलने पर मुंबई पुलिस ने दिल्ली पुलिस से जांच में मदद मांगी।
गला दबाकर हत्या के बाद किए टुकड़े
दिल्ली पुलिस ने जब आरोपित को गिरफ्तार किया तो पता चला कि श्रद्धा उसके साथ शादी करना चाहती थी और आफताब शादी से लगातार इनकार कर रहा था। इसी कारण दोनों में झगड़ा होता था। इसी बीच 18 मई को आरोपित ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद हत्या को छिपाने के लिए मृतका के शरीर को कई हिस्सों में काटकर रेफ्रिजरेटर में रख दिया। चूंकि लड़के ने रसोइए की पढ़ाई की थी और उसे मीट वगैरह संरक्षित करके रखने के बारे में जानकारी थी। इसी के चलते उसने मृतका के शरीर को संरक्षित करके रख लिया।
यह सिलसिला 18 दिन तक चलता रहा। वह हर रात को दो बजे शव का एक हिस्सा जाकर फेंक आता था। पुलिस को पहली बार 8 नवंबर को मामले की जानकारी मिली और पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।