Deepak Dhankhar News : कुख्यात कपिल सांगवान गिरोह का शूटर दीपक धनखड़ गिरफ्तार
फरार रहते हुए मंजीत महाल व उसके भाई संजय महाल की अदालतों में पेशी के दौरान हत्या कर देने की साजिश रच रहा थालेकिन इससे पहले सेल ने उसे दबोच लिया।इसके खिलाफ हत्या हत्या के प्रयास धमकी रंगदारी मांगने आर्म्स एक्ट व डकैती के पहले के छह मामले दर्ज हैं।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात कपिल सांगवान उर्फ नंदू गिरोह के शूटर दीपक धनखड़ गिरफ्तार किया है। जमानत पर बाहर आने के बाद हत्या के एक मामले में वह फरार था। फरार रहते हुए वह कुख्यात मंजीत महाल व उसके भाई संजय महाल की अदालतों में पेशी के दौरान हत्या कर देने की साजिश रच रहा था, लेकिन इससे पहले सेल ने उसे दबोच लिया। इसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, धमकी, रंगदारी मांगने, आर्म्स एक्ट व डकैती के पहले के छह मामले दर्ज हैं। इसके पास से प्वाइंट 32 बोर की एक सेमी आटोमैटिक पिस्टल व पांच कारतूस बरामद किए गए हैं।
वर्षों से चल रहा गैंगवार
डीसीपी स्पेशल सेल जसमीत सिंह के मुताबिक दीपक, गोपाल नगर, नजफगढ़ का रहने वाला है। दक्षिण-पश्चिम जिले में गैंगस्टर मंजीत महाल व कपिल सांगवान गिरोह के बीच वर्षों से गैंगवार चल रहा है। मंजीत महाल, नफे उर्फ मंत्री, धर्मेंद्र व उनके अन्य साथियों ने दिसंबर 2015 में कपिल सांगवान के जीजा सुनील उर्फ डॉक्टर की हत्या कर दी थी। इसके प्रतिशोध में कपिल सांगवान गिरोह के बदमाशों ने उसी दिन नजफगढ़ स्थित नफे के घर पर धावा बोल अंधाधुंध फायरिंग की थी।
गोली मारकर की थी हत्या
घटना में नफे के पिता की गोली लगने से मौत हो गई थी जबकि उसकी पत्नी और मां गोलियां लगने से गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। उक्त घटना के बाद कपिल सांगवान ने अपने साथियों के साथ मंजीत महाल के सहयोगी धर्मेंद्र के पिता और भाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी। कपिल सांगवान की गिरफ्तारी के बाद कृष्ण उर्फ अंकुश उर्फ भालू और दीपक धनखड़ ने गिरोह की कमान संभाली थी। 29 जनवरी 2017 को कपिल के निर्देश पर कृषण व दीपक दो अन्य साथी अनिल पोडी और दीपक मान के साथ स्कॉर्पियो से मित्रांऊ में मंजीत महाल के पिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
गैंगवार में जा चुकी है आठ से ज्यादा लोगों की जान
दक्षिण पश्चिम दिल्ली में कपिल सांगवान और मंजीत महाल के गिरोहों के बीच पिछले 6 वर्षों के दौरान गैंगवार में 8 से अधिक लोगों की हत्या हो चुकी है। बाबा हरिदास नगर थाने में दर्ज मंजीत महाल के पिता की हत्या के मामले में दीपक धनखड़ अंतरिम जमानत पर था। विगत 13 मई को जमानत की अवधि समाप्त होने के बाद दीपक जेल में समर्पण नहीं किया था और तब से वह फरार था।
जब्त की कार
अदालत ने 9 नवंबर को दीपक धनखड़ के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था। पूछताछ में दीपक ने बताया कि वह अपने गिरोह के सदस्यों की मदद से अदालतों में पेश होने के दौरान मनजीत महाल की हत्या करने की योजना बना रहा था। मंजीत महाल और उसके भाई संजय महाल की हत्या के लिए वह हथियार और कारतूस जुटाया था। तीन दिसंबर को एसीपी अतर सिंह, इंस्पेक्टर शिव कुमार, इंस्पेक्टर करमवीर सिंह के नेतृत्व में एसआइ राजेश कुमार की टीम ने ककरोला रोड से दीपक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसकी सेलेरियो कार भी जब्त कर ली है।