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MCD में जिम्मेदारी संभाल रहे क्या अकाली पार्षद भी देंगे इस्तीफा?, अटकलों पर SAD नेता ने दिया जवाब

अकाली पार्षद परमजीत सिंह राणा ने कहा कि फिलहाल हम अभी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है। इस्तीफा को लेकर आलाकमान का जो भी आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 09:44 AM (IST)Updated: Sun, 20 Sep 2020 09:44 AM (IST)
MCD में जिम्मेदारी संभाल रहे क्या अकाली पार्षद भी देंगे इस्तीफा?, अटकलों पर SAD नेता ने दिया जवाब
MCD में जिम्मेदारी संभाल रहे क्या अकाली पार्षद भी देंगे इस्तीफा?, अटकलों पर SAD नेता ने दिया जवाब

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। केंद्रीय मंत्रीमंडल से हरसिमरत कौर के इस्तीफे के बाद दिल्ली के नगर निगमों में भाजपा के साथ गठबंधन में बैठे अकाली पार्षद इस्तीफा देंगे या नहीं इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हैं। कई पार्षद इस मुद्दे पर सामने आकर बोलने से कतरा रहे हैं तो कई इस मामले में शिरोमणि अकाली दल (शिअद-बादल) के आलाकमान के निर्देश के इंतजार की बात कह रहे हैं। हालांकि अकाली के पार्षद खुले तौर पर हरसिमरत कौर के इस्तीफे की सराहना जरुर कर रहे हैं।

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दरअसल दिल्ली में भाजपा और अकाली ने मिलकर निगम चुनाव लड़ा था। इसमें उत्तरी और दक्षिणी निगम में पांच पार्षद जीत कर आए थे। इसमें से तीन पार्षदों को भाजपा ने गठबंधन के चलते निगम में अहम जिम्मेदारी तक दे रखी है। उत्तरी निगम में जीटीबी नगर से पार्षद राजा इकबाल सिंह सिविल लाइंस जोन के चेयरमैन हैं तो राजेंद्र नगर से पार्षद परमजीत सिंह राणा विशेष विधि एवं सामान्य प्रायोजन समिति के चेयरमैन हैं।

इसी तरह दक्षिणी निगम में कालकाजी वार्ड से पार्षद मनप्रीत कौर कालका समुदाायिक और तहबाजारी समिति में डिप्टी चेयरमैन है। वहीं पूर्वी दिल्ली से गुरजीत कौर पार्षद हैं और दक्षिणी निगम में अमरजीत सिंह पप्पू भी पार्षद हैं। अब यह पार्षद इन पदों से इस्तीफा देंगे या नहीं इस पर फिलहाल किसी भी पार्षद ने कोई फैसला नहीं लिया है। सभी पार्षद शिरोमणि अकाली दल (शिअद-बादल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर के फैसले के इंतजार में हैं।

निगम में लागू नहीं होता दल-बदल का नियम

अकाली दल के पार्षदों के पास निगम से इस्तीफा न देने के कई विकल्प मौजूद है। अगर, एनडीए में शामिल शिरोमणि अकाली दल गठबंधन से बाहर होती है तो उनके पार्षद भाजपा की सदस्यता ले सकते है। निगमों में फिलहाल दल बदल का नियम लागू नहीं होता है। इससे पार्षदों की सदस्यता पर कोई खतरा नहीं होगा और वह विभिन्न समितियों के चेयरमैन और अन्य पदों पर बने भी रह सकते हैं।

अकाली पार्षद परमजीत सिं राणा ने कहा कि फिलहाल हम अभी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है। इस्तीफा को लेकर आलाकमान का जो भी आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा। अभी कोई फैसला इस्तीफे को लेकर नहीं हुआ है।

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