समायोजन रद होने से सड़कों पर शिक्षामित्र, केंद्रीय मंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन
सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक, शिक्षामित्रों को शिक्षक भर्ती की औपचारिक परीक्षा में बैठना होगा और उन्हें लगातार दो प्रयासों में यह परीक्षा पास करनी होगी।
नोएडा (जेएनएन)। सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिक्षामित्रों के समायोजन को रद करने के फैसले के खिलाफ सहायक शिक्षकों ने शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री और गौतमबुद्धनगर के सांसद महेश शर्मा के आवास पर प्रदर्शन किया। यहां तक कि कई जगहों पर स्कूल भी जबरन बंद करवाए।
इस दौरान सैकड़ों की संख्या में पहुंचे शिक्षा मित्रों ने सड़कों पर जाम भी लगा दिया। इससे दफ्तर जा रहे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
यूपी में शिक्षा मित्रों का जबरदस्त प्रदर्शन, देखें तस्वीरें
यहां पर बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश में 1.78 लाख शिक्षामित्रों की सहायक अध्यापक के रूप में नियमितीकरण को सिरे से गैरकानूनी ठहराया है। साथ ही भारी राहत देते हुए उन्हें तत्काल हटाने से मना कर दिया।
कोर्ट ने कहा कि शिक्षामित्रों को शिक्षक भर्ती की औपचारिक परीक्षा में बैठना होगा और उन्हें लगातार दो प्रयासों में यह परीक्षा पास करनी होगी। शिक्षामित्रों ने हार न मानते हुए पुनर्विचार याचिका दायर करने का फैसला किया है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हवाला देते हुए कहा है कि अब राज्य सरकार चाहे तो वह नियम बनाकर शिक्षामित्रों को पूर्ण अध्यापक का दर्जा दे सकती है। समायोजित शिक्षामित्रों ने बुधवार से स्कूल नहीं जाने का ऐलान किया है।