'@7:30 मिनट' का दिखने लगा कमाल, एक्वा लाइन मेट्रो में बढ़ गई यात्रियों की संख्या
नोएडा-ग्रेटर नोएडा की एक्वा लाइन पर जैसे की साढ़े सात मिनट की मेट्रो सेवा मुसाफिरो को मिली अचानक रूट पर सवारियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो गई। पहली बार एक्वा लाइन रूट पर 20614 मुसाफिर ने सफर किया है। यह आंकड़ा मंगलवार को नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) प्रबंधन की ओर से प्रस्तुत कर दिया गया है।
नोएडा, जेएनएन। नोएडा-ग्रेटर नोएडा की एक्वा लाइन पर जैसे ही साढ़े सात मिनट की मेट्रो सेवा मुसाफिरों को मिली, अचानक रूट पर सवारियों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई। पहली बार एक्वा लाइन रूट पर एक दिन में 20,614 मुसाफिरों ने सफर किया है। यह आंकड़ा मंगलवार को नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) प्रबंधन ने प्रस्तुत किया है।
प्रशासन ने बताया कि 26 जनवरी को मेट्रो रूट को जनता के लिए खोला गया था, लेकिन चार माह से अधिक संचालन के बाद मई में आकर एक दिन में 19,413 मुसाफिरों की अधिकतम संख्या रिकार्ड की गई थी, लेकिन सोमवार को इस रिकार्ड को ध्वस्त कर पहली बार 20 हजार से अधिक मुसाफिरों ने रूट पर सफर किया है। यह एनएमआरसी के लिए गर्व की बात है। बता दें कि एक्वा लाइन मेट्रो रूट पर मुसाफिरों की संख्या बढ़ाने के लिए संचालन समय में सोमवार से बदलाव कर दिया है।
अब स्टेशन पर मेट्रो पीक ऑवर में साढ़े सात मिनट पर मिल रही है। पहले पीक ऑवर में मेट्रो का संचालन 10-10 मिनट पर किया जाता था, लेकिन नॉन पीक ऑवर में 15-15 मिनट पर मुसाफिरों को मेट्रो सेवा मिल रही थी। अब नॉन पीक ऑवर में भी मेट्रो 10-10 मिनट पर उपलब्ध कराई जा रही है। ऐसे में प्रतिदिन 163 फेर लगाने वाली एक्वा मेट्रो के अब 213 फेरे प्रतिदिन हो गए हैं।
एनएमआरसी प्रबंधन के मुताबिक पीक ऑवर सुबह 8 से 11 और शाम 5 से 8 बजे के बीच संचालन समय में बदलाव किया है। अब तक 10-10 मिनट पर मिलने वाली मेट्रो का समय कम कर साढ़े सात मिनट कर दिया गया है। यानि की अब पीक ऑवर में सुबह और शाम को 13-13 मेट्रो की सेवा उपलब्ध रहेगी। पहले 10-10 मेट्रो मिला करती थी। यह व्यवस्था एनएमआरसी की ओर से सोमवार से लागू कर दी गई है। इसके बाद मुसाफिरों की संख्या में इजाफा होना का अनुमान लगाया जा रहा था, जो सही साबित हुआ है।
मुसाफिरों की संख्या में बढ़ोतरी के लिए हो रहा प्रयास
एनएमआरसी ने राइडरशिप बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं। राइडरशिप में वृद्धि के पीछे सबसे महत्वपूर्ण कारण एक्वा लाइन और डीएमआरसी की ब्लू लाइन स्टेशनों के बीच समर्पित मार्ग और ई-रिक्शा सेवा की मदद से एक्वा लाइन के सेक्टर-51 और ब्लू लाइन के सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन के बीच कनेक्टिविटी में सुधार और बेहतर फीडर बस प्रदान करना है।
पीडी उपाध्याय (कार्यकारी निदेशक, नोएडा प्राधिकरण) के मुताबिक, पहली बार मेट्रो में 20 हजार से अधिक सवारियों ने सफर किया है। यह एनएमआरसी के लिए गर्व की बात है। प्रबंधन की ओर से जो फैसला लिया गया है। वह अब सही साबित हुआ है।
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