स्वतंत्रता दिवस व जन्माष्टमी को लेकर सुरक्षा चाक चौबंद, दिल्ली पुलिस मुस्तैद
15 अगस्त और जन्माष्टमी की सुरक्षा को लेकर विभिन्न पुलिस कार्यालयों में तैनात सिपाहियों और हवलदार की भी डयूटी लगाई है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। इस बार स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी एक साथ होने से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस के सामने ज्यादा चुनौतियां पेश हो रही हैं लेकिन पुलिस इस चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार और सतर्क होने का दावा कर रही है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पिछले एक सप्ताह से ही पुलिस पूरी तरह से चौकस है और इसके लिए इलाके में गश्त तेज करने के अलावा वाहन जांच अभियान भी जोर-शोर से चलाया गया था। खास कर दिल्ली की सीमा पर वाहनों की जांच तेज कर दी गई है। इसके लिए संबंधित थाने के पुलिसकर्मियों की अलग से डयूटी लगा दी गई है।
वहीं, इलाके के बड़े मंदिरों में सुरक्षा इंतजाम बढ़ाए जा रहे हैं। इसके लिए मंदिर के प्रबंधकों के साथ पुलिस अधिकारियों ने बैठक की है और मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर उसमें सुधार के उपाय किए जा रहे हैं।
मेटल डिटेक्टर भी लगाए गए
पुलिस का अनुमान है कि रोहिणी और उत्तर पश्चिम जिले के बड़े मंदिरो में जन्माष्टमी पर 20 से 30 हजार लोगों की भीड़ जमा हो सकती है। ऐसे में मंदिरों के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती के साथ प्रवेश द्वारों पर डोर मेटल डिटेक्टर भी लगाए गए हैं तो कुछ पुलिसकर्मियों को हैंड मेटल डिटेक्टर भी दिए गए हैं। जिससे वह भी मंदिर परिसर में मौजूद किसी भी संदिग्ध की तलाशी कर सकें।
20 से 25 अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात
रोहिणी जिले के पुलिस उपायुक्त 15 अगस्त और जन्माष्टमी की सुरक्षा को लेकर विभिन्न पुलिस कार्यालयों में तैनात सिपाहियों और हवलदार की भी डयूटी लगाई है। ऐसे में प्रत्येक थाना क्षेत्रों में मौजूद पुलिस बल के अलावा 20 से 25 पुलिसकर्मी अतिरिक्त मिल सकेंगे और इन्हें सुबह से लेकर देर रात तक की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं।
पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात
इन मंदिरों में लोगों के प्रवेश और निकासी के लिए अलग-अलग मार्ग बनाए गए हैं तो मंदिरों से 100 मीटर की दूरी पर ही बैरिकेडिंग कर वाहनों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है। पुलिस उपायुक्त के निर्देश पर सभी थानों के एसएचओ खुद मंदिर प्रबंधकों से मिल रहे हैं और लगातार तैयारियों का भी जायजा ले रहे हैं। 15 अगस्त की सुबह से इलाके के प्रमुख मंदिरों, मार्गों, मॉल आदि के आसपास पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात कर दिए जाएंगे।
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