दिल्ली के शिक्षकों को तनाव से निपटने का गुर सिखाएगा एससीईआरटी
एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक (अकादमिक) डा नाहर सिंह ने कहा कि शिक्षकों ने कोरोना के दौरान एक योद्धा के तौर पर कार्य किया है। एससीईआरटी ऐसे सभी शिक्षकों की सराहना करता है जिन्होंने कोरोना की चुनौतियों के बावजूद एक तरफ कोरोना ड्यूटी की तो दूसरी तरफ आनलाइन कक्षाएं ली।
नई दिल्ली [रीतिक मिश्रा]। राजधानी के सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को तनाव से निपटने का गुर सिखाया जाएगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इस संबंध में परिपत्र जारी किया है। परिपत्र में एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक (अकादमिक) डा नाहर सिंह ने कहा कि शिक्षकों ने कोरोना के दौरान एक योद्धा के तौर पर कार्य किया है। एससीईआरटी ऐसे सभी शिक्षकों की सराहना करता है जिन्होंने कोरोना की चुनौतियों के बावजूद एक तरफ कोरोना ड्यूटी की तो दूसरी तरफ आनलाइन कक्षाएं ली। ऐसे में कहीं न कहीं शिक्षकों के तनाव के स्तर में वृद्धि हुई है। ऐसे में एससीईआरटी इन शिक्षकों के लिए दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। ये कार्यक्रम आनलाइन माध्यम से होगा।
दो दिवसीय इस कार्यक्रम में शिक्षकों को तनाव से बेहतर तरीके से निपटने के गुर सिखाए जाएंगे। कार्यक्रम 27 और 28 जनवरी को आयोजित होगा। इसमें सभी सरकारी स्कूलों में कार्यरत प्राथमिक प्रभारी भाग लेंगे। वहीं, इस कार्यक्रम को लेकर सभी सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को भी निर्देश जारी कर कहा गया है कि वो ये सुनिश्चित करें कि सभी प्राथमिक प्रभारी इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम में भाग लें।
राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ के एक पदाधिकारी के मुताबिक कोरोना के दौरान शिक्षकों ने सबसे अधिक सेवाएं दी हैं। दिन-रात शिक्षकों ने इससे निपटने के लिए टीकाकरण केंद्र, कंटेनमेंट जोन, राशन वितरण, चालान काटने और कोरोना सर्वे में नियमित ड्यूटी की है। इसके साथ ही छात्रों की पढ़ाई को भी पिछड़ने नहीं दिया है। दिन-रात शैक्षणिक और गैर- शैक्षणिक कार्यों को करने से शिक्षकों के तनाव उभरा है। एससीईआरटी के इस कार्यक्रम से शिक्षकों को बहुत लाभ होगा।