दिल्ली के माल में हुआ सत्संग, लोगों ने कहा- मिली मानिसक शांति
सतसंग की शुरुआत गुरुजी के तस्वीर के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर और श्रद्धासुमन अर्पित कर के की गई। इसके बाद सिद्धार्थ मोहन ने अपने मधुर भजनों को गाकर लोगों का मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को मधुरता के साथ शांति और अध्यात्म से जोड़ा।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। दिल्ली के पैसिफिक मॉल द्वारका डी21 में गुरुजी संगत सत्संग का आयोजन हुआ। यहां उनके शिष्य सिद्धार्थ मोहन ने गुरुजी को याद करते हुए मधुर भजनों को गाया। इसके साथ ही उन्होंने गुरुजी के उपदेशों और उनके द्वारा बताये गये सदमार्गों को यहां आये सभी भक्तों के साथ साझा किया। इस कार्यक्रम में गुरुजी के अनुयायियों ने बड़ी संख्या ने हिस्सा लिया।
सतसंग की शुरुआत गुरुजी के तस्वीर के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर और श्रद्धासुमन अर्पित कर के की गई। इसके बाद सिद्धार्थ मोहन ने अपने मधुर भजनों को गाकर लोगों का मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को मधुरता के साथ शांति और अध्यात्म से जोड़ा। लोगों ने उनके भजन का आनंद लिया और उनका अनुसरण करते हुए मानसिक शांति के लिए ध्यान भी लगाया। गुरुजी के सतसंग के अयोजन पर पैसिफिक मॉल के कार्यकारी निदेशक अभिषेक बंसल ने कहा, ‘‘मॉल में गुरुजी के सत्संग में लोगों को अध्यात्म और शान्ति का अद्भुत अनुभव मिला। हमें इस बात की खुशी है। हम हमेशा कोशिश करते हैं कि मॉल आने वालों को एक यादगार पल बिताने का मिले, इसी के तहत हमारी टीम नये-नये कार्यक्रमों का आयोजन करती रहती हैं। इस सफल आयोजन के लिए मैं टीम को भी बधाई देता हूं।'
बता दें कि गणपति पूजन की तैयारी भी दिल्ली- एनसीआर में जोरों पर चल रही है। कोरोना के कम होने के बाद दो वर्ष बाद गणपति बप्पा की आभा देखते ही बनेगी। दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर गणपति पूजन के लिए एक से बढ़ कर एक पंडाल सजे हैं। बुधवार को बैंडबाजे पुष्पवर्षा कर बप्पा को पंडालों में बप्पा विराजे। शोभा यात्राएं भी निकाली। चांदनी चौक में यह शोभायात्रा दोपहर में निकली, जो मालीवाड़े में स्थित मारवाड़ी धर्मशाला तक गई। धर्मशाला में महाराष्ट्र से भगवान गणेश की दो मूर्तियां मंगाई गई हैं।
पुरानी दिल्ली के साथ ही नई दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन व मंदिरों में भी धूमधाम से गणेश उत्सव मनाया जा रहा है। राजेंद्र नगर व करोलबाग में भी भव्य शोभायात्रा निकली। इन शोभायात्राओं के स्वागत के लिए जगह-जगह तोरणद्वार भी बनाए गए हैं। कोरोना से पिछले दो वर्ष यह आयोजन प्रभावित रहा। मालीवाड़ा में 12 वर्ष से गणेश उत्सव कराने वाले श्री सिद्धि विनायक सेवा समिति के प्रधान रविंद्र गाड़ोदिया ने बताया कि पंडाल में ही कृत्रिम तालाब में मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा।