सत्येंद्र जैन ने PWD अधिकारियों से कहा मानसून के दौरान जलभराव की समस्या से निपटने के लिए हमेशा रहें तैयार
लोक निर्माण विभाग मंत्री सत्येंद्र जैन ने निर्देश जारी किए कि मानसून के दौरान जलभराव की समस्या से निपटने के लिए अधिकारी हमेशा तैयार रहें। वह पीडब्ल्यूडी और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ जलभराव से निपटने के लिए बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री सत्येंद्र जैन ने बृहस्पतिवार को निर्देश जारी किए कि मानसून के दौरान जलभराव की समस्या से निपटने के लिए अधिकारी हमेशा तैयार रहें। वह पीडब्ल्यूडी और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए एक अहम बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
बैठक में नरेला औद्योगिक क्षेत्र में मौजूदा नाले की क्षमता कम होने के कारण हो रहे जलभराव की समस्या पर भी चर्चा हुई। जैन ने कहा कि नालों के रख-रखाव और उनसे गाद निकालने के अलावा जरूरत पड़ने पर नए नालों का निर्माण भी किया जाए, ताकि लोगों को जलभराव की समस्या का सामना नहीं करना पड़े।
जैन ने कहा कि चाहे नालों का रखरखाव हो, उनकी सफाई हो, गाद निकालना हो या फिर आवश्यक पड़ने पर नए नालों का निर्माण करना हो, न केवल नरेला बल्कि शहर में कहीं भी, जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने अधिकारियों को दिल्ली के किसी भी हिस्से से आने वाली जलभराव की शिकायत दूर करने के लिए सतर्क और सक्रिय रहने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, एक जिम्मेदार सरकार के नाते हमें लोगों की किसी भी समस्या को हल्के में नहीं लेना है।
मंत्रालय पूरे मानसून में संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठकें आयोजित करने में सक्रिय रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जलभराव के कारण लोगों को किसी भी तरह की समस्या न हो। पिछले महीने हुई एक बैठक में जैन ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि जहां भी जलभराव हुआ है। वहां पंपों का उपयोग करें एवं जहां भी सड़कों को नुकसान पहुंचा है, उन्हें जल्द से जल्द नवीनीकृत करें। मालूम हो कि अक्सर बरसात के मौसम में दिल्ली के कई इलाकों में इतना जलभराव हो जाता है कि वहां से वाहन चालकों को निकलने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसको ध्यान में रखकर ये निर्देश दिए गए हैं।