राहत व बचाव कार्य में जुटे आरएसएस कार्यकर्ता
छह मंजिली दोनों इमारतों में रह रहे 12 परिवारों के सदस्यों व चार मजदूरों समेत 50 से भी ज्यादा लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
नोएडा (जेएनएन)। बिसरख कोतवाली क्षेत्र के गांव शाहबेरी में मंगलवार रात दो बहुमंजिला इमारतें गिरने के बाद अब भी राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। मौके पर एनडीआरएफ, पुलिस, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य विभाग और प्राधिकरण की टीमें जुटी हुई हैं। ऐसे में आरएसएस कार्यकर्ता भी बचाव अभियान में शामिल हो गए हैं। आरएसएस कार्यकर्ता बचाव टीमों के साथ तालमेल मिलाकर उन्हें अभियान में मदद कर रहे है। बताया जा रहा है कि आरएसएस कार्यकर्ता मंगलवार रात हादसे के कुछ देर बाद से ही मौके पर डटे हुए हैं। बुधवार सुबह से आरएसएस ने भी राहत व बचाव कार्य में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। आरएसएस कार्यकर्ता चूंकि सरकारी टीमों के साथ तालमेल और उनके निर्देश पर काम कर रहे हैं, ऐसे में राहत व बचाव कार्य मे जुटी टीमों को उनसे काफी मदद मिल रही है।
मालूम हो कि शाहबेरी गांव की जीवन ज्योति कॉलोनी के करीब मंगलवार की रात करीब साढ़े नौ बजे एक ही परिसर में स्थित दो इमारतें धराशायी हो गईं। छह मंजिली दोनों इमारतों में रह रहे 12 परिवारों के सदस्यों व चार मजदूरों समेत 50 से भी ज्यादा लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। बचाव दल अब तक मलबे से तीनों शवों को बाहर निकाल चुका है। हादसे में मरने वालों की संख्या में अभी और इजाफा हो सकता है। यह भी जानकारी सामने आ रही है कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार बताए जा रहे तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें एक अन्य बिल्डर गंगा शरण द्विवेदी भी शामिल हैं। गिरफ्तार अन्य दो लोग बिल्डर के सहयोगी बताए जा रहे हैं। हादसे को 16 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन तकरीबन 50 से अधिक लोग अब भी मलबे में ही दबे हुए हैं।