देशभर में 21 सितंबर से लगनी शुरू हो जाएंगी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाएं
लॉकडाउन और अनलॉक-3 तक में संघ की शाखाएं ऑनलाइन ही लग रही थी। अनलॉक-4 में भी अभी तक यह स्थिति है। लेकिन अब देशभर में 21 सितंबर से दैनिक शाखाएं लगनी शुरू हो जाएंगी।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। देशभर में 21 सितंबर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दैनिक शाखाएं लगनी शुरू हो जाएंगी। गृह मंत्रालय द्वारा 100 लोग की मौजूदगी में सामाजिक गतिविधियों की इजाजत के बाद संघ के शीर्ष नेतृत्व ने यह निर्णय किया है। लॉकडाउन और अनलॉक-3 तक में संघ की शाखाएं ऑनलाइन ही लग रही थी। अनलॉक-4 में भी अभी तक यह स्थिति है। हालांकि, देश के कुछ हिस्सों में जहां कोरोना के मामले कम हैं, वहां निजी भवनों की छतों पर शाखाएं चल रही है। पर 21 सितंबर के बाद से यह कोरोना से पहले की तरह पार्कों व सार्वजनिक स्थानों पर लगनी शुरू हो जाएंगी। वैसे, कोरोना से उत्पन्न समस्याओं के मद्देनजर अभी भी पूरे देश में जरूरतमंदों की मदद के लिए तकरीबन पांच लाख स्वयंसेवक युद्धस्तर पर जमीन पर जुटे हुए हैं। देश-दुनियां में संघ के इस सेवा भाव की काफी प्रशंसा भी हो रही है।
संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि 21 सितंबर के बाद से संगठन की अधिकांश गतिविधियां कोरोना काल के पहले जैसी हो जाएंगी। दैनिक शाखाओं समेत अन्य गतिविधियों में कोरोना से बचाव के सरकार के दिशानिर्देशों का पूरा ख्याल रखा जाएगा। मास्क व शारीरिक दूरी के साथ थर्मल स्क्रेनिंग व सैनिटाइजर के भी इंतजाम होंगे।
बता दें कि संघ में शाखाओं का बड़ा महत्व है। कोरोना काल से पहले तक देशभर में संघ की 60 हजार से अधिक प्रत्यक्ष दैनिक शाखाएं लगती थी। व्यक्ति निर्माण में इसे महत्वपूर्ण इकाई माना जाता है। इसलिए अब प्रत्यक्ष दैनिक शाखाओं को नियमित करने को लेकर तैयारियां तेज है।
संघ पदाधिकारी के मुताबिक एक माह पहले से ही संघ ने जमीनी स्तर पर संगठनात्मक गतिविधियां प्रारंभ कर दी है। इसमें सर्वप्रथम सर संघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवााह भय्या जी जोशी व सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले व डा. कृष्णगोपाल समेत अन्य केंद्रीय स्तर के पदाधिकारियों का राज्यों में प्रवास चल रहा है। ये लोग कमोबेश सभी राज्यों में प्रवास कर संगठनात्मक गतिविधियों को गति दे रहे हैं। इसी तरह गुरु दक्षिणा कार्यक्रम भी पूरे देश में स्वयंसेवकों की मौजूदगी में मनाया जा रहा है। अब आगे राज्य स्तर व जिला स्तर पर बैठकें भी तेज होंगी।
आनलाइन बना रहेगा संघ
लॉकडाउन व कोरोनाकाल में संघ की संगठनात्मक गतिविधियां व बैठकें पूरी तरह से ऑनलाइन हो गई थी। सर संघचालक मोहन भागवत का कोरोना पर उद्बोधन भी ऑनलाइन प्लेटफार्म पर हुआ था। संघ पदाधिकारी के मुताबिक इसके बेहतर परिणाम सामने आए हैं। संगठनात्मक गतिविधियों में समाज के लोग अधिक संख्या में जुड़े हैं। साथ ही यह कम समय में बैठकों के आयोजन तथा देश के दूसरे कोेने में बैठे लोग से सीधे संपर्क का बेहतर माध्यम है। इसलिए ऑनलाइन माध्यमों का प्रयोग निकट भविष्य में भी जारी रहेगा।
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