Delhi AIIMS News 2021: एम्स को विश्वस्तरीय बनाने के लिए खर्च किए जाएंगे 10,000 करोड़ रुपये
करीब 10 हजार करोड़ की परियोजना शुरू होगी जो सात साल में पूरी होगी। इसके पूरे होने पर एम्स में 3000 बेड बढ़ेंगे। इसमें 300 बेड का अत्याधुनिक इमरजेंसी ब्लाक भी बनाया जाएगा। इसके अलावा शोध चिकित्सा सहित अन्य सुविधाओं को बढ़ाकर विश्वस्तरीय संस्थान के रूप में स्थापित किया जाएगा।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। आजादी के इस 75वें साल में एम्स को विश्वस्तरीय बनाने की नींव रखी जाएगी। इसके तहत अगले साल से करीब 10 हजार करोड़ की परियोजना शुरू होगी, जो सात साल में पूरी होगी। इसके पूरे होने पर एम्स में 3000 बेड बढ़ जाएंगे। इसमें 300 बेड का अत्याधुनिक इमरजेंसी ब्लाक भी बनाया जाएगा। इसके अलावा शोध, चिकित्सा सहित अन्य सुविधाओं को बढ़ाकर विश्वस्तरीय संस्थान के रूप में स्थापित किया जाएगा। यह बातें एम्स में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में संस्थान के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहीं।
उन्होंने कहा कि एम्स मास्टर प्लान को 28 फरवरी 2019 को केंद्रीय कैबिनेट से प्राथमिक मंजूरी मिली। इसके बाद परियोजना पर अमल के लिए नवंबर 2020 में सलाहकार कंपनी की नियुक्ति की गई। जिसने इस साल जनवरी में अपना काम शुरू कर दिया। ऐसे में आजादी के इस 75वें साल में एम्स अपने परिसर, मेडिकल शिक्षा, शोध व चिकित्सा व्यवस्था को विश्वस्तरीय बनाने की नींव रखने की तैयारी कर चुका है। वर्ष 2022 में इस पर काम शुरू होगा और दो चरणों में पूरा होगा। तब 50 नए आपरेशन थियेटर होंगे। संक्रामक बीमारियों के लिए अलग वार्ड बनाया जाएगा। इसके अलावा शोध के लिए अत्याधुनिक लैब बनाई जाएगी, जिसका कुल निर्मित क्षेत्र डेढ़ लाख वर्ग मीटर से ज्यादा होगा, जिसमें बेसिक शोध व क्लीनिकल ट्रायल के लिए सुविधा होगी। मास्टर प्लान पर काम पूरा होने पर एम्स में शोध को नई मजबूती मिलेगी। मेडिकल छात्रों के लिए चार हजार कमरों के छात्रवास बनाए जाएंगे। इससे छात्रों के एम्स में दाखिला लेने के पहले दिन से छात्रवास की सुविधा उपलब्ध होगी। 16 हजार वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा होगी।
सितंबर में बनकर तैयार होगा जेरियाटिक ब्लाक
डा. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि मातृ व शिशु ब्लाक में डेढ़ माह में सभी चिकित्सा सुविधाएं शुरू हो जाएंगी। इसमें 427 बेड की सुविधा होगी। 200 बेड का सर्जरी ब्लाक भी जल्द शुरू होगा। इसके अलावा 200 बेड की क्षमता वाले जेरियाटिक ब्लाक का काम भी 92 फीसद पूरा हो गया है। सितंबर तक यह भी बनकर तैयार हो जाएगा। इसके अलावा एक नया प्राइवेट वार्ड भी बनकर तैयार है। बहरहाल, ये चार नए सेंटर शुरू होने से एम्स में 927 बेड बढ़ जाएंगे।
मस्जिद मोठ तक चलेंगी नई बैटरी चालित बसें
एम्स के मुख्य अस्पताल से मस्जिद मोठ के पास बने नए ओपीडी ब्लाक के बीच जल्द नई बैटरी चालित बसें चलाई जाएंगी। मौजूदा समय में ऐसी आठ बसें चलाई जा रही हैं। नए ओपीडी ब्लाक के पास ही मातृ व शिशु ब्लाक और सर्जरी का निर्माण हुआ है। जेरियाटिक ब्लाक का निर्माण भी वहीं हो रहा है। इसलिए बैटरी चालित बसों की संख्या बढ़ाने की जरूरत महसूस की जा रही है।
एम्स में बनेगा फायर स्टेशन
एम्स में आग लगने की कई घटनाएं हो चुकी है। इसके मद्देनजर एम्स में फायर स्टेशन बनेगा, जहां फायर की एक गाड़ी हमेशा खड़ी रहेगी। ताकि आग लगने पर जल्द काबू पाया जा सके। फायर विभाग ने एम्स का यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है।