पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी का निधन हो गया है। मौत किस वजह से हुई अभी इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी (40) का मंगलवार को डिफेंस कालोनी स्थित अपने घर में संदिग्ध परिस्थितियाें में मौत हो गई। वह सी-329 डिफेंस कालोनी में पत्नी अपूर्वा शुक्ला व मां उज्जवला शर्मा के साथ रहते थे।
दोपहर में घर में अचेत पाए जाने पर उपचार के लिए उन्हें मैक्स अस्पताल साकेत ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके नाक से खून बह रहा था। शाम को उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स की मोर्चरी में रखवा दिया गया।
शुरूआती जांच में ब्रेन हैमरेज व हार्ट अटैक की बात कही गई मगर अस्पताल प्रबंधन व पुलिस अधिकारी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत के कारणाें की सही पुष्टि हो पाएगी।
रोहित तिवारी की मां उज्जवला तिवारी ने कहा कि उसकी मृत्यु स्वाभाविक कारणों से हुई है, मुझे किसी पर कोई संदेह नहीं है, ऐसा किन कारणों से हुआ यह मैं बाद में बताउंगी।
संयुक्त आयुक्त दक्षिण रेंज देवेश चंद्र श्रीवास्तव के मुताबिक डिफेंस कालोनी थाना पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। रोहित की शादी पिछले साल 11 मई को मध्य प्रदेश की रहने वाली अपूर्वा से हुई थी।
मैक्स अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि एनडी तिवारी के परिवार के सभी सदस्यों का इलाज इसी अस्पताल में होता रहा है। रोहित को उच्च रक्तचाप व मधुमेह आदि किसी तरह की बीमारी नहीं थी। कुछ साल पहले जब वह परिवार के किसी सदस्य का इलाज कराने मैक्स आए थे तब अचानक गिर पड़े थे।
पुलिस के मुताबिक दोपहर में रोहित की मां इलाज कराने के लिए पास स्थित एक डॉक्टर के क्लीनिक पर गई थी। घर में रोहित के भाई सिद्धार्थ शर्मा व घरेलू सहायक मौजूद थे। करीब चार बजे रोहित की नाक से खून निकला। जिसे देखकर घरेलू सहायक ने तुरंत सिद्धार्थ व उज्जवला शर्मा को जानकारी दी। उसके बाद मैक्स को सूचना देकर एम्बुलेंस भेजने को कहा गया।
एम्बुलेंस आते ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बीते 12 अप्रैल को रोहित ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए साक्षात्कार में कांग्रेस में शामिल होकर भविष्य तलाशने की बात कही थी।
कोर्ट में चले लंबे विवाद के बाद एनडी तिवारी ने उन्हें बेटे के रूप में स्वीकार किया था। एनडी तिवारी ने 89 साल की उम्र में रोहित की मां से शादी की थी। रोहित जनवरी 2017 में भाजपा में शामिल हो गए थे। पिछले साल अक्टूबर में एनडी तिवारी का भी लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था।
2008 में रोहित शेखर ने कोर्ट में दावा किया था कि वह नारायण दत्त तिवारी के बेटे हैं। 2011 में एनडी तिवारी को जांच के लिए अपना खून देना पड़ा था। एनडी तिवारी ने कोर्ट से यह भी मांग की थी कि रिपोर्ट का सार्वजनिक न किया जाए लेकिन कोर्ट ने यह अपील खारिज कर दी।
डीएनए रिपोर्ट में यह बात सही निकली और इसके बाद उन्होंने 2014 में रोहित शेखर की मां से 89 वर्ष की उम्र में शादी कर ली। रोहित जनवरी 2017 में भाजपा में शामिल हो गए थे। एक साल पहले ही उन्होंने अपूर्वा शुक्ला से शादी की थी। मूलरूप से इंदौर की रहने वाली अपूर्वा सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं।