Rohit murder Mystery: 'हत्यारे' के बेहद करीब पुलिस, डीएनए रिपोर्ट से खुल जाएगा राज
रोहित शेखर तिवारी हत्याकांड में क्राइम ब्रांच ने रोहित घर में डेरा डाल लगातार चार दिनों तक दिन रात हर पहलुओं पर व्यापक रूप से जांच की। इसी का नतीजा है कि केस सुलझने की कगार पर है।
नई दिल्ली, जेएनएन। क्राइम ब्रांच की चार दिन की पूछताछ के बाद रोहित हत्याकांड अब क्लाइमेक्स पर पहुंचता दिख रहा है। सूत्रों के मुताबिक अब तक के सुबूतों से क्राइम ब्रांच लगभग नतीजे पर पहुंच चुकी है। हालांकि, गिरफ्तारी से पहले जांच अधिकारी अब रोहित के नाखून के नमूनों से कराए गए परिवार के सदस्यों की डीएनए जांच की रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच को कुछ फोरेंसिक रिपोर्ट मिल चुकी हैं, जिसमें अहम सुराग हाथ लगे हैं। वहीं डीएनए रिपोर्ट सहित अन्य रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद है। इससे हत्याकांड को लेकर अधिकारियों को जो भी शंकाएं हैं, वह भी दूर होने की उम्मीद है।
दरअसल, पूछताछ के दौरान अपूर्वा पुलिस का सहयोग नहीं कर रही थीं। लिहाजा क्राइम ब्रांच ने सभी के मोबाइल कॉल डिटेल रिकार्ड निकलवाकर जांच शुरू की। साथ ही रोहित के कमरे में रखे हर सामान, चादर और तकिए से नमूने उठाए गए। इसमें सबसे महत्वपूर्ण नाखून से लिए गए नमूनों की रिपोर्ट है। यह रिपोर्ट आते ही पूरा मामला साफ हो जाएगा।
ऐसे मामले में यह प्रबल संभावना रहती है कि मरने वाले व्यक्ति द्वारा विरोध करते हुए आरोपित का रक्त और स्किन उसके नाखून में आ गई हो। पुलिस का कहना है कि इस रिपोर्ट में आरोपित का पता लग जाएगा। हालांकि, अब तक जो रिपोर्ट आई हैं, उनकी कड़ियां अपूर्वा से ही जाकर जुड़ रही हैं। उज्ज्वला को जून में खाली करना था सरकारी आवास पुलिस को जांच में पता चला है कि डिफेंस कॉलोनी वाला घर उज्ज्वला के पहले पति के नाम पर है, जिनसे उनका बेटा सिद्धार्थ है। सिद्धार्थ को मधुमेह की बीमारी है, इसलिए उन्होंने शादी नहीं की है। उन्हें किसी चीज से कोई मतलब नहीं होता है। तिलक लेन वाले सरकारी घर में उज्ज्वला, राजीव और कुमकुम के साथ रहती हैं। आगामी जून में उन्हें वह घर खाली करने को कहा गया है।