Move to Jagran APP

देश में पहली बार रोबोट से हुआ रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन, जानें कैसे मि‍ली सफलता

दिल्ली के डॉक्टरों को एक और बड़ी सफलता मिली है। दिल्ली स्थित इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर (आइएसआइसी)में रोबोट से रीढ़ की हड्डी के पांच सफल ऑपरेशन किए गए हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 11 Jul 2019 10:28 AM (IST)Updated: Thu, 11 Jul 2019 10:31 AM (IST)
देश में पहली बार रोबोट से हुआ रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन, जानें कैसे मि‍ली सफलता
देश में पहली बार रोबोट से हुआ रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन, जानें कैसे मि‍ली सफलता

नई दिल्ली, जेएनएन। चिकित्सा तकनीक के क्षेत्र में भारत लगातार अपना लोहा मनवा रहा है। इसी कड़ी में दिल्ली के डॉक्टरों को एक और बड़ी सफलता मिली है। दिल्ली स्थित इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर (आइएसआइसी)में रोबोट से रीढ़ की हड्डी के पांच सफल ऑपरेशन किए गए हैं। आइएसआइसी का दावा है कि रोबोट से देश में पहली बार रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन किया गया है। हालांकि अमेरिका में इस तकनीक का इस्तेमाल पहले से किया जा रहा है। यह जानकारी आइएसआइसी के मेडिकल डायरेक्टर कम चीफ ऑफ स्पाइन सर्विसेज डॉ एचएस छाबड़ा ने बुधवार पत्रकार वार्ता के दौरान दी है।

loksabha election banner

देश का पहला अस्‍पताल बना आइएसआइसी
उन्होंने बताया कि आइएसआइसी देश का पहला ऐसा अस्पताल है, जहां एडवांस स्पाइन रोबोटिक सिस्टम उपलब्ध है। इसके जरिये की जाने वाली सर्जरी ज्यादातर सफल रहती है। इससे प्रत्यारोपण, रिवीजन सर्जरी, रेडिएशन एक्सपोजर और इंफेक्शन आदि का खतरा बेहद कम रहता है। उन्होंने बताया कि हाल ही में रोबोटिक्स सर्जरी से पांच लोगों का सफल ऑपरेशन किया जा चुका है।

कम समय में बेहतर काम
दिल्ली की रहने वाली 33 वर्षीय प्रीति पांडेय की रीढ़ की हड्डी में टेढ़ापन था। उनका आठ जुलाई को आधुनिक रोबोटिक सिस्टम की मदद से ऑपरेशन किया गया। डॉ एचएस छाबड़ा के मुताबिक इस तकनीक से ऑपरेशन सटीक व सुरक्षित हुए हैं। साथ ही समय भी बहुत कम लगा। इसमें रोबोट मशीन में सॉफ्टवेयर के जरिये रोगी की बीमारी से जुड़ी जानकारी फीड कर दी जाती है, जिससे ऑपरेशन के वक्त मशीन अपना काम सही तरीके से करती है।

ऐसे होता है ऑपरेशन
इसके अंदर एक थ्री-डी स्कैनिंग कैमरा लगा है। इससे मशीन खुद ही मरीज को ऑपरेशन से पहले और बाद में स्कैन कर लेती है। रोबोटिक्स सर्जरी में मामूली सा चीरा लगाना पड़ता है। इसलिए इस तकनीक से होने वाले ऑपरेशन में खून बहुत कम निकलता है और रिकवरी तेजी से होती है।

मरीज ने कहा आसान हुई सर्जरी
मरीज प्रीती पांडेय ने बताया क‍ि शुरुआत में रोबोट द्वारा ऑपरेशन की बात सुनकर मैं घबरा गई थी। लेकिन, रोबोट की मदद से सर्जरी आसानी से हो गई और तेजी से रिकवरी भी हुई।
 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.