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रेजिडेंट डाक्टरों की हड़ताल से सरकारी अस्पतालों में एक हजार से अधिक सर्जरी रद

Doctors Strike हड़ताल के कारण सबसे अधिक असर सफदरजंग और राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल पर पड़ा है। सफदरजंग में हर रोज 70 से 80 सर्जरी रद हुई हैं। वहीं रविवार को ही छोटी-बड़ी करीब 50 सर्जरी रद हुईं हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 10:21 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 10:21 PM (IST)
रेजिडेंट डाक्टरों की हड़ताल से सरकारी अस्पतालों में एक हजार से अधिक सर्जरी रद
दिल्ली के कई बड़े सरकारी अस्पतालों में अभी तक एक हजार से अधिक सर्जरी रद हो चुकी हैं।

नई दिल्ली [राहुल चौहान]। Doctors Strike: रेजिडेंट डाक्टरों की चल रही हड़ताल के कारण राजधानी दिल्ली के कई बड़े सरकारी अस्पतालों में अभी तक एक हजार से अधिक सर्जरी रद हो चुकी हैं। शुक्रवार से रविवार तक आंशिक रूप से नियमित सर्जरी की सेवाएं प्रभावित हुई हैं। हड़ताल के कारण सबसे अधिक असर सफदरजंग और राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल पर पड़ा है। सफदरजंग में हर रोज 70 से 80 सर्जरी रद हुई हैं।

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रविवार को 50 सर्जरी हुई रद 

वहीं, रविवार को ही छोटी-बड़ी करीब 50 सर्जरी रद हुईं हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक यहां पिछले तीन दिनों में 200 से अधिक सर्जरी रद हुई हैं। दिल्ली में सफदरजंग के साथ ही आरएमएल, लेडी हार्डिंग से जुड़े कलावती सरन अस्पताल, सुचेता कृपलानी अस्पताल और मौलाना आजाद मेडिकल कालेज से संबद्ध दिल्ली सरकार के लोकनायक व जीबी पंत, जीटीबी, अंबेडकर, संजय गांधी, दीन दयाल उपाध्याय और इहबास अस्पताल समेत कई अन्य अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाओं पर भी रेजिडेंट डाक्टरों की हड़ताल का असर देखने को मिला है।

आपरेशान थियेटर की सेवाएं बंद

इससे राजधानी में आपरेशन थियेटर की सेवाएं बंद हुई हैं। इसी का कारण है कि अस्पतालों को पहले से तय सर्जरी भी रद करनी पड़ी हैं। इसी तरह आरएमएल में छोटी और बड़ी कुल मिलाकर 150 से अधिक सर्जरी रद हुई हैं। लेडी हार्डिंग के दोनों अस्पतालों में भी करीब इतनी ही सर्जरी रद हुई हैं। उल्लेखनीय है कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में एक दिन में लगभग दो हजार छोटी बड़ी सर्जरी होती हैं। पिछले तीन दिनों में विभिन्न अस्पतालों में एक हजार से अधिक सर्जरी रद हुई हैं।


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