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कोलकाता में डॉक्‍टरों से बदसलूकी, दिल्‍ली के एम्‍स-सफदरजंग अस्‍पताल में कल हड़ताल

दिल्‍ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्‍स) में सीनियर डॉक्‍टरों ने हेल्‍मेट और पट्टी लगाकर काम किया। उन्‍होंने बंगाल में हुई मारपीट की घटना का व‍िरोध जताया है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 13 Jun 2019 03:17 PM (IST)Updated: Thu, 13 Jun 2019 06:52 PM (IST)
कोलकाता में डॉक्‍टरों से बदसलूकी, दिल्‍ली के एम्‍स-सफदरजंग अस्‍पताल में कल हड़ताल
कोलकाता में डॉक्‍टरों से बदसलूकी, दिल्‍ली के एम्‍स-सफदरजंग अस्‍पताल में कल हड़ताल

नई दिल्‍ली, एएनआइ। पश्‍चिम बंगाल में डॉक्‍टरों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद अब इसका असर दिल्‍ली के अस्‍पतालों पर भी पड़ने लगा है। दिल्‍ली के रेजिडेंट डॉक्‍टरों ने कल हड़ताल की घोषणा की है। इस कारण एम्‍स और सफदरजंग अस्‍पताल में कल अब हड़ताल रहेगी। दोनों ही अस्‍पताल में स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं बाधित रहेंगी। ओपीडी में नए मरीज नहीं देखे जाएंगे। रेजिडेंट डॉक्‍टरों की इस हड़ताल की घोषणा से मरीजों को परेशानी होने वाली है। बता दें कि इससे पहले एम्‍स में डॉक्‍टरों ने हेलमेट और पट्टी लगा कर काम किया। बंगाल के डॉक्‍टरों के साथ हुई घटना के विरोध में एम्‍स के डॉक्‍टरों ने यह एक तरह का सांकेतिक विरोध जताया। बता दें कि उत्‍तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्‍पताल में बुधवार से ही ओपीडी सेवा बंद है। डॉक्‍टर यहां इमरजेंसी सेवा ठप कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

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क्‍यों कर रहे डॉक्‍टर प्रदर्शन
उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों के अनुसार कोलकाता के नीलरतन सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीते सोमवार की रात जूनियर डॉक्टरों के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की। इसके बाद से ही जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है। डॉक्टरों मारपीट की घटना में जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है क‍ि तब तक कार्रवाई नहीं होती तब तक यह हड़ताल जारी रहेगा।

लोगों को हो रही परेशानी
बंगाल में ओपीडी बंद होने से मरीज व उनके परिजन टिकट काउंटर के पास इंतजार में घंटों खड़े रहे। इसके बाद टिकट काउंटर नहीं खुलने पर उनके सब्र का बांध टूट गया और वह नारेबाजी करने लगे। कई परिजन बिना दिखाए ही लौट गए।

डॉक्‍टरों पर हुए हमले पर एक नजर
बंगाल की घटना के पहले भी डॉक्‍टरों पर कई बार हमले होते रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की एक सर्वे के मुताब‍िक करीब 75 फीसद डॉक्‍टरों को काम के दौरान मारपीट और अन्‍य तरह की हिंसा का सामना करना पड़ा है।
-गर्भवती महिला के पति ने तूतीकोरिन में एक महिला डॉक्‍टर की इसलिए हत्‍या कर दी, क्‍योंकि उसने प्रेग्‍नेंट महिला को दूसरी अस्‍पताल में ट्रांसफर कर दिया था। इसी दौरान उसकी मौत हो गई थी। महिला के पति ने डॉक्‍टर के केबिन में तीन लोगों के साथ घुस कर उन पर तलवार से हमला कर दिया।
- 2014 में भी डॉक्‍टर पर हमले की घटना ने लोगों का दिल दहला दिया था। पंजाब में मानसा जिले डॉक्‍टर की क्‍लिनिक को आग के हवाले कर दिया गया था जब उसने एक बच्‍चे को दूसरी अस्‍पताल में ट्रांसफर किया गया था मगर उसकी मौत हो गई थी।

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