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Delhi AIIMS: आइसीयू में भर्ती मरीजों को एलईडी स्‍क्रीन पर देख सकेंगे तीमारदार

Delhi AIIMS एम्स प्रशासन के मुताबिक ट्रॉमा सेंटर के आइसीयू में भर्ती मरीजों को उनके तीमारदार एलईडी स्क्रीन पर देख सकेंगे।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 02:35 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 02:35 PM (IST)
Delhi AIIMS: आइसीयू में भर्ती मरीजों को एलईडी स्‍क्रीन पर देख सकेंगे तीमारदार
Delhi AIIMS: आइसीयू में भर्ती मरीजों को एलईडी स्‍क्रीन पर देख सकेंगे तीमारदार

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi AIIMS:  दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute Of Medical Sciences, New Delhi) मरीजों के तीमारदारों के लिए खास इंतजाम करने जा रहा है। इसके तहत एम्स में भर्ती मरीजों के तीमारदारों को हालचाल लेने के लिए अब बिल्कुल भी नहीं भटकना पड़ेगा। दरअसल, एम्स ट्रामा सेंटर के आइसीयू में भर्ती मरीजों के तीमारदार एलईडी स्‍क्रीन पर देख सकेंगे। 

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आइसीयू में भर्ती मरीजों के तीमारदारों को मिलेगी सुविधा

एम्स प्रशासन के मुताबिक, ट्रॉमा सेंटर के आइसीयू में भर्ती मरीजों को उनके तीमारदार एलईडी स्क्रीन पर देख सकेंगे। ट्रॉमा सेंटर प्रशासन ने तीमारदारों की सुविधा के लिए यह व्यवस्था की है। अब तक तीमारदारों को आइसीयू में भर्ती मरीजों का हालचाल जानने के लिए भटकना पड़ता था। दरअसल, एलईडी स्क्रीन पर तीमारदार मरीजों को अच्छी तरह देख सकेंगे।

आएगी पारदर्शिता

माना जा रहा है कि एम्स प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही इस सुविधा से पारदर्शिता भी आएगी। अकसर तीमारदारों की शिकायत रहती है कि भर्ती मरीजों को देखने और मिलने नहीं दिया जा रहा है और हालचाल नहीं लेने दिया जा रहा, यह शिकायत दूर हो जाएगी।

गौरतलब है कि जुलाई महीने में एम्स में एक पत्रकार की आत्महत्या मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बड़ी कार्रवाई की थी, स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स ट्रॉमा सेंटर (जेपीएनएटीसी) के मेडिकल सुपरिटेंडेंट को फौरी तौर पर बदले जाने का निर्देश दिया था 

6 जुलाई को तरुण सिसोदिया नाम के एक पत्रकार ने एम्स की चौथी मंजिल से कूद कर अपनी जान दे दी थी। इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स निदेशक को तुरंत आधिकारिक जांच करने का आदेश दिया था। इसके साथ ही एक उच्च-स्तरीय कमेटी गठित कर 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी गई थी। इस जांच समिति में चीफ ऑफ न्यूरोसाइंस सेंटर से प्रोफेसर पद्मा, मनोचिकित्सा विभाग के हेड आरके चड्ढा, डिप्टी डायरेक्टर (एडमिन) डॉक्टर पांडा और डॉ यू सिंह शामिल रहे थे। 


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