'पटना पर क्या हैरान होना?' बिहार एसेंबली में विधायकों की शर्मनाक हरकत पर पढ़ें- कुमार विश्वास का पूरा ट्वीट
Bihar Assembly Ruckus देश की आर्थिक सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों और हलचल पर टिप्पणी करने वाले देश के जाने-माने कवि कुमार विश्वास ने बिहार के माननीय विपक्षी विधायकों पर अपने ट्वीट के जरिये जमकर कटाक्ष किया है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Bihar Assembly Ruckus: बिहार विधानसभा में मंगलवार को जो हुआ वह शर्मनार करने वाला था, जाहिर है जनप्रतिनिधियों की करतूत से लोकतंत्र शर्मसार हुआ है। बिहार विधानसभा के इतिहास में यह पहला मौका था जब बिहार पुलिस विपक्ष के विधायकों को घसीट रही थी और जूते तक मार रही थी। न्यूज चैनलों पर यह तस्वीरें लोगों को हैरान-परेशान कर रही थीं। इस पर देश के जाने-माने कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट कर तंज कसा है। इशारों-इशानों में उन्होंने ट्वीट कर जनप्रतिनिधियों पर कटाक्ष किया है- 'पटना पर क्या हैरान होना?' देश की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों और हलचल पर टिप्पणी करने वाले कुमार विश्वास ने माननीय विधायकों पर अपने ट्वीट के जरिये जमकर कटाक्ष किया- 'पटना पर क्या हैरान होना? राजनीति के हर शक्तिपीठ के पास लोकतंत्र की अपनी-अपनी सुविधानुसार बदलती परिभाषाएँ हैं,जो सत्ता व विपक्ष में होने के अनुसार 180 डिग्री पर बदलती रहती हैं। जनता बारी-बारी से छलने वाले बहुरूपियों की बेशर्म खो-खो देखने-सहने के लिए विवश है। सावधान आगे अंधा मोड़ है।'
गौरतलब है कि देश के चर्चित कवि अपनी मोहक कविताओं के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों पर भी ट्वीट के जरिये प्रतिक्रिया देते रहते हैं। इसी कड़ी में बिहार विधानसभा के अंदर और बाहर हुए राजनीतिक ड्रामे पर ताजा ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने नेताओं को आड़ेहाथों लिया है।
यह है पूरा मामला
मंगलवार को बिहार विधानसभा के बाहर का नजारा सामने आया तो लोग हैरान रह गए। लोगों ने टेलीविजन चैलनों के माध्यम से देखा कि बिहार पुलिस विपक्ष के विधायकों को घसीट रही थी और जूते तक मार रही थी। एक विधायक की हालत इतनी खराब हो गई कि एंबुलेंस को बुलाना पड़ा। पूरे विधानसभा कैंपस में अफरा-तफरी का माहौल कामय हो गया था।
जाहिर है कि मंगलवार को बिहार विधानसभा में जो कुछ भी हुआ, उससे लोकतंत्र तार-तार हो गया। बिहार विधान सभा में राष्ट्रीय जनता दल समेत सभी विपक्षी विधायक मंगलवार को सुबह से ही सदन में भारी हंगामा और उत्पात मचा रहे थे। विपक्षी विधायक बिहार सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 का विरोध कर रहे थे। इस दौरान हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष को तीन बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। वहीं, चौथी बार विधायकों ने सदन की कार्यवाही रोकने के लिए स्पीकर को उनके चैंबर में ही बंधक बना लिया।
इस बीच विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर पटना डीएम और एसएसपी सहित भारी संख्या में पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। इसके बाद जो हुआ उसने लोकतंत्र को ही शर्मसार कर दिया। विपक्षी विधायकों ने पुलिस से भी धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने नेताओं को खींच-खींचकर हटाया। इस दौरान कई राजद नेताओं को मुक्का मारा और सदन से बाहर फेंक दिया।
वहीं, एक महिला विधायक स्पीकर के आसन को घेर कर खड़ी हो गई, उन्हें भी महिला पुलिस ने जबरन हटाया। करीब शाम सात बजे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने चैंबर से बाहर निकलकर आए। अपने नेताओं को समझाने की बजाय खुद भी पुलिस से हाथापाई की। इस बीच उनके बड़े भाई व विधायक वीडियो बनाते रहे। वहीं, सदन की कार्यवाही शुरू होने पर शाम साढ़े सात बजे तक विधायकों को एक-एक कर टांग कर निकालने का सिलसिला जारी रहा।