Delhi Girl Assault Case: राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं के विरोध के पढ़िये- क्या हैं मायने
Delhi Girl Assault Case पिछले 24 घंटे के दौरान भीम आर्मी चीफ चंद्रेशखर से लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तक परिजनों से मिलकर न्याय की मांग कर चुके हैं। इस दौरान राहुल गांधी अरविंद केजरीवाल समेत तमाम नेताओं का विरोध स्थानीय लोगों द्वारा किया जा रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पश्चिमी दिल्ली कैंट इलाके में 9 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या की घटना ने दिल्ली की 2 करोड़ी जनता को एक बार फिर झकझोर कर रख दिया है। आम शहरी गुस्से हैं और दिल्ली की इस बिटिया के लिए इंसाफ की मांग जोर पकड़ती जा रही है। इस बीच इस पर राजनीति भी तेज हो गई है। पिछले 24 घंटे के दौरान भीम आर्मी चीफ चंद्रेशखर से लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तक परिजनों से मिलकर न्याय की मांग कर चुके हैं। हैरानी की बात यह है कि इस दौरान राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल समेत तमाम नेताओं का विरोध स्थानीय लोगों द्वारा किया जा रहा है।
लोगों का कहना है कि बेटी को न्याय दिलाने में यदि कोई सहयोग करना चाहता है तो उसका स्वागत है, लेकिन सियासत करने की इजाजत किसी राजनीतिक दल को नहीं दी जाएगी। यह बात धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उस समय कही, जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण सहित अन्य नेता प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच पहुंचे।
गौरतलब है कि पीड़ित परिवार से मिलने मंगलवार को कई नेता पहुंचे, लेकिन लोगों ने इन नेताओं को दो टूक कहा कि उन्हें पीड़ित परिवार से मिलने या बात करने की इजाजत तभी मिलेगी, जब वे यहां किसी प्रकार की राजनीति नहीं करेंगे। यहां मंच के ऊपर या मंच के सामने किसी भी दल का कोई झंडा नहीं लाया जाएगा। यह समाज की बेटी के साथ हुए जघन्य अपराध का मामला है। इस पर सियासत नहीं की जानी चाहिए।
दरअसल, चंद्रशेखर के साथ पहुंचे लोगों के हाथ में नीले रंग के झंडे थे, जिस पर स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई। यही नहीं, वाहनों पर लगे झंडे भी उतारने के लिए कहा। इस बीच किसी तरह चंद्रशेखर मंच पर पीड़ित परिवार से मिल सके। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में जब बच्ची सुरक्षित नहीं है, तब देश के अन्य हिस्सों में क्या हाल होगा यह समझा जा सकता है। दिल्ली में महिला सुरक्षा के नाम पर कहने को बसों में मार्शल तैनात हैं, लेकिन घर के बाहर बच्ची असुरक्षित है। आखिर यह कैसी दिल्ली है।
दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस को दिया नोटिस
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। इसमें एफआइआर, पीड़ित परिवार के बयान, अब तक की जांच रिपोर्ट का ब्योरा पांच अगस्त तक देने के लिए कहा है। साथ ही गिरफ्तारी की जानकारी भी मांगी है।