Delhi Riots Disclosure: चांदबाग में करीब हर घर के सदस्य थे दंगे में शामिल, जांच में हुआ खुलासा
Delhi Riots Disclosure दंगों में शामिल लोगों के फोन कॉल की जांच की गई तो पूरी सच्चाई सामने आने लगी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Riots Disclosure: 24-25 फरवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (Delhi Police Crime Branch) के मुताबिक, उत्तर पूर्वी दिल्ली के चांद बाग इलाके के करीब हर घर के सदस्य दंगों में शामिल हुए थे। जांच के दौरान क्राइम ब्रांच को इस बाबत कई सबूत और गवाह मिले हैं, जिससे पता चलता है कि चांद बाग इलाके में तकरीबन हर घर से कोई न कोई शामिल हुआ था। इसी के साथ दंगों में शामिल लोगों के फोन कॉल की जांच की गई तो पूरी सच्चाई सामने आने लगी। चांद बाग वही इलाका है, जहां पर इंटैलिजेंस ब्यूरो के स्टाफ में तैनात अंकित शर्मा की हत्या हुई थी।
बढ़ा जांच का दायरा
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने जांच का दायरा भी बढ़ा दिया है, ताकि दंगों की पूरी सच्चाई सामने आ सके। इस बाबत दंगों में शामिल सभी संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है। इसके लिए स्थानीय पुलिस भी जुट गई है। बताया जा रहा है कि आने वालों समय में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी की जा सकती है।
निलंबित पार्षद पर कसा शिकंजा
दिल्ली दंगा में आरोपित आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन फिलहाल जेल में बंद है। उसकी कॉल डेटा रिकॉड (CDR) से पता चला है कि 24 फरवरी से 27 फरवरी के बीच ताहिर हुसैन के मोबाइल फोन की लोकशन मुस्तफाबाद थी। मुस्तफाबाद में ही चांद बाग इलाका भी आता है।
वाट्सऐप के जरिये संपर्क में थे कई दंगाई
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने जांच के दौरान इस बात का भी खुलासा किया है कि दंगों से ठीक एक दिन पहले एक वाट्सऐप ग्रुप बनाया गया था, जिसमें 200 से अधिक शामिल थे। इस ग्रुप में आपत्तिजनक कमेंट भी थे। इसकी चैट से साफ पता चलता है कि दंगों के दौरान एक-दूसरे से जुड़ रहने के लिए यह ग्रुप बनाया गया था।
दंगों के दौरान 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, तो हजारों गाड़ियां, घर और स्कूल तक जला दिए गए थे। एक पेट्रोल पंप तक आग के हवाले कर दिया गया था।