पढ़िए दिल्ली के अस्पतालों में कितने बेड पर कोरोना संक्रमित मरीजों का हो रहा इलाज और कितने बेड पड़े हैं खाली
दिल्ली के अस्पतालों में हमारे 26000 बेड भरे हुए हैं और लगभग 13000 बेड अभी भी खाली है। लगातार 3 दिन से कोरोना के मामले कम आ रहे हैं। दिल्ली में रविवार को 17 हजार मामले सामने आने की बात कही गई।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। राजधानी में बीते दो दिनों से ओमिक्रोन संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी देखी गई है। इसके पीछे वीकेंड कर्फ्यू और पाबंदियों का सख्त किया जाना कारण माना जा रहा है। वैसे तो दिल्ली सरकार ने कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को ध्यान में रखते हुए पहले ही अस्पतालों में बेडों को तैयार कर लिया था। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली के अस्पतालों में शनिवार तक 26 हजार बेड मरीजों से भरे हुए थे। यदि अभी भी मरीजों की संख्या बढ़ती है तो सरकार के पास 13 हजार बेड खाली पड़े हुए हैं इतने मरीजों को अस्पताल में भर्ती करके इलाज किया जा सकता है।
संक्रमण दर दो दिनों से 30.64 प्रतिशत पर बरकरार है। फिर भी शनिवार को दिल्ली में कोरोना के 20,718 नए मामले आए, जो पिछले दिन के मुकाबले 3860 (15.70 प्रतिशत) कम आए हैं। इसका कारण यह है कि 24 घंटे में पिछले दिन के मुकाबले 11,954 सैंपल की जांच कम हुई है। 13 जनवरी को कोरोना के सर्वाधिक मामले आए थे। उस दिन की तुलना में दो दिन में कोरोना के नए मामले 28.22 प्रतिशत कम हुए हैं। वहीं जांच भी करीब एक तिहाई (31.57 प्रतिशत) घट गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 19,554 मरीज ठीक हुए हैं और 30 मरीजों की मौत हो गई। इससे 15 दिनों में कोरोना से मरने वालों की संख्या 228 पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 13 जनवरी को कोरोना के 28,867 मामले आए थे। तब 98 हजार से अधिक सैंपल की जांच हुई थी और संक्रमण दर 29.21 प्रतिशत थी। इसके बाद दो दिनों से संक्रमण दर 30.64 प्रतिशत है, लेकिन अब ज्यादातर लक्षण वाले बीमार लोगों की जांच होने के कारण पहले की तुलना में कम हुई है।62.77 प्रतिशत मरीज हुए ठीकदिल्ली में पांच दिसंबर को ओमिक्रोन का पहला मामला सामने आने के बाद अब तक कोरोना के कुल ढ़ाई लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं। इसमें से 62.77 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं। इसका कारण यह है कि इस बार लोग जल्दी ठीक हो रहे हैं।