आइटी इंडस्ट्रीः आपदा ने और बढ़ाए मौके, बढ़ा करियर स्कोप; यहां तलाशें जाब्स
कोरोना महामारी के बाद से दुनियाभर की तमाम कंपनियों की निर्भरता भारतीय आइटी कंपनियों पर और बढ़ी है। कामकाज बढ़ने से इन आइटी कंपनियों ने पिछले दो साल में अपने यहां करीब दो लाख लोगों की नई नियुक्ति की है।
नई दिल्ली [धीरेंद्र पाठक]। पिछले दो वर्ष में कोरोना शुरू होने के बाद से डिजिटाइजेशन में काफी तेजी आई है। अनेक सेवाएं आफलाइन से आनलाइन मोड में बदल गई हैं। छोटे व बड़े सभी प्रकार के व्यापारों में भी डिजिटल बदलाव देखा जा रहा है। फिर चाहे बैंकिंग सेवाएं हों या फिर किरयाना स्टोर, दवाइयां, पोल्ट्री दुकानें, इंस्टीट्यूशंस और ट्रेवल पोर्टल आदि। सब जगह बहुत से कामकाज डिजिटल होने लगे हैं। ऐसे में जहां पहले टारगेट ग्राहकों तक पहुंचने के लिए वेबसाइट जरूरी होती थी, वहीं अब अब एप, इंटरनेट मीडिया, कंटेंट मार्केटिंग, डिजिटल एडवरटाइजिंग आदि की मदद ली जा रही है। इसलिए इन क्षेत्रों में टेकसेवी युवाओं के लिए करियर के अनेक नये मौके भी सामने आ रहे हैं।
बढ़ा करियर स्कोप
आज के दौर में आइटी का उपयोग बहुत बढ़ गया है। एक नया रेस्तरां ढूंढ़ने से लेकर अपने इंटरनेट मीडिया हैंडल पर अपना स्टेटस अपडेट करने से संबंधित हर चीज में आइटी शामिल हो चुका है। इसलिए भारत की बढ़ती आइटी इंडस्ट्री में युवाओं के लिए करियर स्कोप भी कहीं अधिक बढ़ गए हैं। आइटी में केवल वेबसाइट या सीआरएम जैसे कार्य ही नहीं होते। दूसरी बहुत सी चीजें होती हैं, जैसे कि सर्वर, क्लाउड, सिक्युरिटी आदि। इन सब जगहों पर भी इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर इनके डिजाइन, डेवलपमेंट समेत अन्य डोमेन में करियर के स्कोप बढ़े हैं। आने वाले समय में इस फील्ड में फुल स्टैक डेवलपर, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सिक्युरिटी, डाटा साइंस, डाटा एनालिटिक्स, आइओटी (इंटरनेट आफ थिंग्स), ब्लाकचेन, वीएफएक्स, आग्मेंटेड रियलिटी (एआर) आदि क्षेत्रों में भी रोजगार के काफी अवसर दिखाई देंगे। विदेशी आइटी कंपनियां भी भारत से ही अपने लिए वर्कफोर्स तलाश रही हैं। इसलिए इसमें कोई दो राय नहीं कि आने वाले वर्षों में आइटी प्रोफेशनल्स की भारी डिमांड होगी।
यहां तलाशें जाब्स
इन दिनों सभी तरह के कारोबार में ज्यादा से ज्यादा गतिविधियां क्लाउड कंप्यूटिंग पर होने लगी हैं। रिमोट कामकाज भी अधिक होने लगे हैं। बैंकिंग और चिकित्सा सेवाएं आनलाइन मिलने लगी हैं। स्कूल और कोचिंग संस्थानों द्वारा आनलाइन क्लासेज दी जा रही हैं। फैक्ट्रियों में निगरानी के लिए सेंसर की मदद ली जा रही है। जाहिर है इन सभी जगहों पर एप और साफ्टवेयर के अलावा इन्हें अपनी आनलाइन सेवाएं संचालित करने के लिए आइटी के विभिन्न डोमेन में एक्सपर्ट लोग चाहिए। इसलिए युवाओं के लिए इस इंडस्ट्री में आने का यह अच्छा समय है। क्योंकि आने वाले पांच-छह सालों में ऐसे प्रोफेशनल्स की अत्यधिक मांग रहेगी। |
कोर्स एवं शैक्षिक योग्यता
जो युवा/छात्र इस इंडस्ट्री में आना चाहते हैं, उन्हें ग्रेजुएशन के बाद स्किल आधारित कोई प्रशिक्षण जरूर लेना चाहिए। चूंकि यह एक तकनीकी फील्ड है, इसलिए इस फील्ड में प्रवेश के लिए साइंस या कंप्यूटर पृष्ठभूमि से होना आवश्यक है। कुल मिलाकर, बीएससी, बीसीए, एमसीए, बीटेक या एमटेक आदि के छात्र इस फील्ड में अच्छा करियर बना सकते हैं।
प्रैक्टिकल नालेज जरूरी
इस इंडस्ट्री में चमकदार करियर बनाने के लिए नालेज का होना बहुत जरूरी है, जो सिर्फ किताबें पढ़ने से नहीं मिलेंगी। साथ में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी होनी चाहिए। इसलिए इस फील्ड में आने के इच्छुक युवाओं के लिए जरूरी है कि वे स्किल ट्रेनिंग किसी ऐसे संस्थान से लें, जहां प्रैक्टिकल नालेज भी मिलती हो। प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के माध्यम से ही यह पता चलता है कि इंडस्ट्री कैसे चलती है, वहां पर कामकाज कैसे होते हैं। साथ ही, यह भी जान जाते हैं कि किस प्रकार के आइडियाज को कहां और कब उपयोग में लाना है। इस तरह की ट्रेनिंग से न सिर्फ नालेज बढ़ती है, बल्कि जाब मार्केट के लिए भी तैयार हो जाते हैं।
आकर्षक वेतन
विभिन्न रिपोर्ट्स की मानें, तो पिछले एक साल में भारतीय आइटी कंपनियों में सैलरी में 20 से 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बढ़ती आउटसोर्सिंग को देखते हुए आगे भी इस सेक्टर में अच्छे वेतन की उम्मीद की जा रही है। वैसे भी, अन्य फील्ड की तुलना में आइटी सेक्टर के प्रोफेशनल्स काफी आकर्षक वेतन पा रहे हैं।
(विवेक कुमार सिंह, डायरेक्टर, करियरएरा से बातचीत पर आधारित)