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पढ़िए लखीमपुर खीरी मामले में कुमार विश्वास ने किस अंदाज में मोनू भैया से की थी समर्पण करने की अपील

मुख्य आरोपित आशीष मिश्र उर्फ मोनू भैया ने शुक्रवार को कोर्ट में समर्पण किया कुछ सवालों में उलझे तो उनको गिरफ्तार भी कर लिया गया। इसी मामले में कवि कुमार विश्वास ने चुटकीले अंदाज में मुख्य आरोपित आशीष मिश्र उर्फ मोनू भैया से समर्पण करने की अपील की थी।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 11:53 AM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 11:53 AM (IST)
पढ़िए लखीमपुर खीरी मामले में कुमार विश्वास ने किस अंदाज में मोनू भैया से की थी समर्पण करने की अपील
कवि कुमार विश्वास ने लखीमपुर खीरी मामले में आरोपित मोनू भैया से चुटकीले अंदाज में समर्पण की अपील की।

नई दिल्ली, विनय तिवारी। यूपी के लखीमपुर खीरी में 4 अक्टूबर को हुए हादसे के बाद अब तक इस मामले ने पूरे देश में हो हल्ला मचा रखा है। तमाम राजनीतिक उठापठक भी देखने को मिली है। राजनीतिक दलों ने सीधे लखीमपुर खीरी और पीड़ित परिवारों के घर का रूख कर लिया। हादसे के अगले दिन डीजीपी प्रशांत कुमार ने किसान नेताओं को साथ लेकर प्रेस कांफ्रेंस की और पीड़ितों को न्याय दिलाने और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी करने की बात भी कह दी उसके बाद भी राजनीतिक दलों को संतोष नहीं हुआ।

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कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, रालोद नेता जयंत चौधरी, सपा नेता अखिलेश यादव और कई अन्य ने लखीमपुर खीरी का रूख कर दिया। कुछ वहां पहुंचे और कुछ रोके गए, जिनको रोका गया वो वहीं पर बैठ गए और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करने लगे। कुछ अन्य दलों ने इंटरनेट मीडिया एकाउंट ट्विटर पर भी मुहिम छेड़ी, बयान जारी किए, संवेदना व्यक्त की और सरकार को बुरा भला कहा। मामले को सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान में लिया और प्रदेश सरकार को फटकार लगाई। मामले के मुख्य आरोपित आशीष मिश्र उर्फ मोनू भैया ने शुक्रवार को कोर्ट में समर्पण किया, वो अपनी सफाई पेश कर रहे हैं कुछ सवालों में उलझे तो उनको गिरफ्तार भी कर लिया गया।

इसी मामले में कवि कुमार विश्वास ने चुटकीले अंदाज में मुख्य आरोपित आशीष मिश्र उर्फ मोनू भैया से समर्पण करने की अपील की थी। उन्होंने अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट टि्वटर पर लिखा था कि संभवतः गोपनीय प्रवास पर आरोपमुक्ति के जुगाड़-चिंतन में व्यस्त मोनू भैया से निवेदन है कि लोकतंत्र के क़ालीन पर पधारें। पूरी व्यवस्था हाथ जोड़े आपकी प्रतीक्षा कर रही है।कल जलूल-जलूल पेश हो जाना प्लीऽऽज़, “लहर की प्यास पर पहरे बिठाए जाते हैं, समंदरों की तलाशी कोई नहीं लेता...!” इस ट्वीट के साथ उन्होंने अमेठी में चुनाव के दौरान अपने ऊपर दर्ज किए गए मुकदमों को खत्म किए जाने वाला एक स्टेटमेंट भी टैग किया है।

मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को लखीमपुर खीरी मामले में सुनवाई की। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि वह लखीमपुर खीरी मामले की जांच में यूपी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से संतुष्ट नहीं है। कोर्ट ने मामले में सख्त टिप्पणी करते हुए कहा, क्या आरोपी आम आदमी होता तो उसे इतनी छूट मिलती। यह मामला ऐसा नहीं, जिसे CBI को सौंपना भी सही नहीं रहेगा। हमें कोई और तरीका देखना होगा। डीजीपी सबूतों को सुरक्षित रखें। अब मामले की अगली सुनवाई 20 अक्टूबर को होगी। सुप्रीम कोर्ट में प्रदेश की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने पक्ष रखा।

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