Move to Jagran APP

Bihar Election Result 2020: बिहार में एनडीए की जीत पर मनोज तिवारी बोले- यह मोदी-नीतीश के कामों पर मुहर

Bihar Election Result 2020 मनोज तिवारी ने बिहार चुनाव के नतीजों पर प्रसन्नता जाहिर की है। उनका कहना है कि पहले चरण में मुकाबला काफी कड़ा था। सरकार विरोधी लहर भी थी लेकिन बाद के चरणों में राजग गठबंधन ने बढ़त बनाई।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 11 Nov 2020 08:26 AM (IST)Updated: Wed, 11 Nov 2020 08:26 AM (IST)
Bihar Election Result 2020: बिहार में एनडीए की जीत पर मनोज तिवारी बोले- यह मोदी-नीतीश के कामों पर मुहर
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी की फाइल फोटो।

नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। Bihar Election Result 2020: बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की जीत से उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी भी गदगद हैं। दरअसल, दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी से मनोज तिवारी ही एकमात्र ऐसे नेता रहे, जिन्हें पार्टी ने स्टार प्रचारक के रूप में बिहार के चुनावी मैदान में उतारा था। उन्होंने वहां ताबड़तोड़ 57 रैलियों और सभाओं को संबोधित किया। इसके अलावा 10 नुक्कड़ सभाएं और 2 रोड शो कर उन्होंने बिहार की राजनीति में अपनी उपस्थिति भी दर्ज करा दी। मनोज तिवारी ने बिहार चुनाव के नतीजों पर प्रसन्नता जाहिर की है। उनका कहना है कि पहले चरण में मुकाबला काफी कड़ा था। सरकार विरोधी लहर भी थी, लेकिन बाद के चरणों में राजग गठबंधन ने बढ़त बनाई। यह साफ तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्य पर जनता की मुहर है। जनता राजद के झूठे वादों के जाल में नहीं फंसी।

loksabha election banner

वैसे मनोज तिवारी का जन्मस्थान भी बिहार ही है। यहां के भभुआ जिले के रहने वाले मनोज तिवारी साल 2014 में उत्तर-दिल्ली से पहली बार सांसद चुने गए। इसके बाद वह दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने। इसके बाद साल 2019 में दूसरा लोकसभा चुनाव भी रिकार्डतोड़ मतों से जीता और वह भी दिल्ली के दिग्गज नेता शीला दीक्षित को हराकर।

हाल ही में वह प्रदेश अध्यक्ष के पद से मुक्त हो गए। लेकिन पार्टी में उनके कद पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ा। यही वजह है कि वह बिहार के स्टार प्रचारकों में एक थे। इससे पहले उप्र के विधानसभा चुनाव में भी वह स्टार प्रचारक रहे थे। चुनाव प्रचार के लिए मनोज तिवारी पहली बार 16 अक्टूबर को बिहार पहुंचे थे। इसके बाद वह लगातार पांच नवंबर तक रैली और सभाएं करते हुए नजर आए। हालांकि उनके गृह क्षेत्र भभुआ और उसके आसपास के जिलों में 16 अक्टूबर से पहले ही चुनाव संपन्न हो गया था।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.