बुराड़ी फांसीकांडः दिल्ली में 11 लोगों की मौत की घटना कभी नहीं भूल पाएगा हिंदुस्तान
एक जुलाई को बुराड़ी के संत नगर में एक ही परिवार के 11 लोगों के सामूहिक आत्महत्या की घटना पूरे देश में खासी सुर्खियों में रही। मरने वालों में सात महिलाएं व चार पुरुष थे।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। राजधानी दिल्ली इस साल भी ताबड़तोड़ आपराधिक वारदात से दहलती रही। वर्चस्व की लड़ाई को लेकर बड़े गैंगस्टरों के बीच अक्सर सरेआम गैंगवार से राजधानी की सड़कें लाल होती रही। इस सबके बीच एक जुलाई को बुराड़ी के संत नगर में एक ही परिवार के 11 लोगों के सामूहिक आत्महत्या की घटना न केवल दिल्ली, बल्कि पूरे देश में खासी सुर्खियों में रही। मरने वालों में सात महिलाएं व चार पुरुष थे। सभी राजस्थान के रहने वाले थे और एक ही जगह सभी ने बरगद के पेड़ की जटाओं की तरह लोहे की ग्रिल व पंखे से लटककर खुदकशी की थी।
10 जनवरी को सेल ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए 2000 में लालकिला के अंदर लश्कर ए तैयबा के आतंकियों द्वारा सेना पर गोलियां चलाने की साजिश में शामिल फरार लश्कर आतंकी बिलाल अहमद कावा को 18 साल बाद एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया।
10 साल में अब तक की सबसे ज्यादा मुठभेड़
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच ने भी पिछले दस सालों के मुकाबले इस वर्ष सबसे अधिक मुठभेड़ किए। करीब 12 बदमाश मौत के घाट उतार दिए गए तो 20 से अधिक बदमाशों के पैरों में गोली मार उन्हें व्हील चेयर पर पहुंचा दिया। 100 से अधिक इनामी बदमाशों को सेल व क्राइम ब्रांच ने दबोच कर तिहाड़ जेल पहुंचा दिया। सुरक्षा एजेंसियों व स्पेशल सेल की सर्तकता कहें अथवा दिल्ली के लोगों की खुशकिस्मती। इस साल भी कोई आतंकी हमला नहीं हुआ।
20 लाख का इनाम भी पकड़ा गया
वहीं, 13 फरवरी को सेल ने भारत नेपाल सीमा से इंडियन मुजाहिद्दीन के कुख्यात मोस्ट वांटेड आतंकी आरिज खान उर्फ जुनैद को भी धर दबोचा। वह 2008 के बटला हाउस मुठभेड़ का वांटेड था और 20 लाख का इनाम था।
दिल्ली में अब तक का सबसे बड़ा एनकाउंटर
दिल्ली का मोस्ट वांटेड कुख्यात बदमाश जितेंद्र उर्फ गोगी, सुनील उर्फ टिल्लू व इरफान उर्फ छेनू गिरोह समेत कुछ बड़े गैंगस्टरों के गिरोह के बदमाश सालभर दिल्ली पुलिस को नाक में दम किए रहा। 18 जून की सुबह बुराड़ी के संत नगर में थाने से महज 500 मीटर दूर भीड़ भाड़ वाली सड़क पर गैंगवार शुरू हो गई। घटना में दो बदमाश व दो राहगीरों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। 15 जनवरी को प्रशांत विहार में गैंगवार में जितेंद्र गोगी गैंग के बदमाशों ने टिल्लू गैंग के रवि भारद्वाज को बीस से अधिक गोलियां मार हत्या कर दी। 26 सितंबर को बागपत पुलिस की हिरासत से सफदरजंग अस्पताल से कुख्यात नीरज बवाना के मामा रामवीर शौकीन भाग गया। इस साल कई बड़ी घटनाओं से दिल्ली सुर्खियों में रही।
नामी फैशन डिजाइनर को उसने कर्मचारी ने मार डाला
वसंतकुंज में 53 वर्षीय फैशन डिजाइनर महिला माला लखानी और उनके नौकर बहादुर की गला रेतकर हत्या कर दी गई। वारदात को उनके दर्जी राहुल ने ही तीन दोस्तों के साथ मिलकर लूटपाट के इरादे से अंजाम दिया था। पैसे नहीं मिलने पर चारों ने देर रात ही थाने पहुंचकर समर्पण कर दिया था। तैमूर नगर में रहने वाली सेवानिवृत्त असिस्टेंट कमिश्नर 72 वर्षीय रूपलता की लूट के लिए गला दबाकर हत्या कर शव को सरिता विहार फ्लाईओवर के पास झाड़ियों में फेंकने की घटना ने दिल्ली की लचर कानून व्यवस्था को दर्शाया, वह अविवाहित थीं। इस केस को पुलिस अबतक नहीं सुलझा पाई है। तैमूर नगर में ड्रग माफिया द्वारा रूपेश नाम के युवक की गोली मारकर हत्या की घटना जिला पुलिस के मुखिया पर भारी पड़ गया था। सूझबूझ से मामले को शांत किया गया।
पति से परेशान थी अनिसिया, कर ली आत्महत्या
पंचशील पार्क में एयर होस्टेस अनिसिया बत्रा हत्याकांड कई महीने तक सुर्खियों में रहा। पति से नाराज होकर उसने छत से नीचे छलांग लगा दी थी। 39 वर्षीय अनिसिया जर्मन एयरलाइन के लिए काम करती थीं। घटना से एक माह पहले अनिसिया को पता चला था कि उनका पति मयंक सिंघवी तलाकशुदा है। उन्होंने 23 फरवरी 2016 को प्रेम विवाह किया था।
अंशुमान को जमीन निगल गई या आसमान
27 मई की अलसुबह डीएनडी फ्लाई-वे पर हार्ले डेविडसन सवार अंशुमान पुरी को टोयोटा इटियोस कार ने टक्कर मार दी थी। टक्कर इतनी जोरदारथी कि अंशुमान करीब 10 फीट ऊपर उछलकर यमुना में जा गिरे थे। हादसे के बाद से अबतक पुलिस को अंशुमान पुरीका शव बरामद नहीं हुआ है। वह अकेले सरिता विहार स्थित एक फ्लैट में रहते थे। इस साल भी सड़क दुर्घटना में पिछले साल के मुकाबले अधिक लोगों की मौत हुई। जनवरी में सुबह तेज रफ्तार कार के अलीपुर में पलटने से पावर लिफ्टिंग के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी सक्षम यादव सहित पांच की मौत हो गई।