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इन अत्याधुनिक हथियारों से दुश्मनों से लोहा लेते हैं सुरक्षाबल के जवान

जवानों को दुश्मनों से निपटने के लिए किन अत्याधुनिक हथियारों को रखना होता है इसकी जानकारी के लिए मेले में प्रदर्शनी लगाई गई है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 10:58 AM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 10:58 AM (IST)
इन अत्याधुनिक हथियारों से दुश्मनों से लोहा लेते हैं सुरक्षाबल के जवान
इन अत्याधुनिक हथियारों से दुश्मनों से लोहा लेते हैं सुरक्षाबल के जवान

नई दिल्ली [किशन कुमार]। देश में जब भी आंतरिक सुरक्षा, कानून व्यवस्था बनाए रखने व नक्सलवाद से निपटने की बात होती है तो देश के साहसी अर्धसैनिक बल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का नाम सबसे पहले आता है। बल के जवानों को दुश्मनों से निपटने के लिए किन अत्याधुनिक हथियारों को रखना होता है, इसकी जानकारी के लिए मेले में प्रदर्शनी लगाई गई है।

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इसमें बल के गौरवशाली इतिहास से रूबरू होने का मौका मिलेगा, जिसमें इसके गठन से लेकर अब तक देश में घटी महत्वपूर्ण घटनाओं में इसके द्वारा निभाई गई जिम्मेदारियों से अवगत कराया गया। पंडाल के एक हिस्से में 1965 में गुजरात के कच्छ में सरदार पोस्ट पर पाकिस्तान के खिलाफ लड़ी जंग में बहादुरी के बारे में बताया है। साथ ही सरदार पोस्ट की पवित्र मिट्टी भी रखी गई है।

अत्याधुनिक हथियारों से दुश्मन होते हैं परास्त

मीडियम मशीन गन

इसकी मारक क्षमता 1800 मीटर तक है। इसकी खास बात यह है कि प्रति मिनट में एक हजार तक फायर करती है। वहीं, इस गन को 360 डिग्री के कोण पर घुमाया जा सकता है।

84 एमएम सीजीआरएल

इसका वार इतना प्रभावशाली है कि यह एक हजार मिमी मोटी कंक्रीट की दीवार व 400 मिमी लोहे की चादर तक को भेद सकती है। इसका प्रयोग हमेशा बड़ी कार्रवाई में होता है।

एके-47

दुनिया की पहली असॉल्ट व 300 मीटर के दायरे में दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाली यह राइफल आकर्षण का केंद्र है। यह प्रमुख रूप से नक्सल क्षेत्र में प्रयोग होती है।

स्नाइपर राइफल

इस हथियार की मारक क्षमता 800 मीटर तक होती है। इसमें लगी दूरबीन दुश्मन तक पहुंचने में सहायक होती है। इससे दुश्मन पर सटीक निशाना लगा सकते हैं।

एक्स-95

इजरायल निर्मित यह राइफल 400 मीटर तक मार करती है। इसमें लेजर लाइट लगाकर नाइट विजन से दुश्मन पर निशाना साधा जा सकता है। इसकी गोली गति 860 मीटर प्रति सेकेंड है।

मिनीमी

इसकी मारक क्षमता एक किलोमीटर तक होती है। जहां पर मशीन गन नहीं जा सकती है, वहां इसका इस्तेमाल किया जाता है।

81.एमएम मोर्टार

यह हथियार अधिक दूरी तक निशाना लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें शेल का इस्तेमाल होता है। इसका प्रयोग धुआं, रोशनी व सैनिकों को संकेत देने के लिए किया जाता है।

कॉर्नर शॉट

यह हथियार भी इजरायल निर्मित है, जिसकी मारक क्षमता 50 मीटर है। इससे किसी भी कोने में कैमरे द्वारा बिना दुश्मन के सामने जाए निशाना लगाया जा सकता है। इसके ऊपर पिस्टल को लगाने की भी सुविधा है।

एमपी5-असॉल्ट राइफल

जर्मनी निर्मित यह राइफल मुख्य तौर पर वीआइपी को सुरक्षा प्रदान करने के लिए इस्तेमाल की जाती है। यह सिंगल व डबल शॉट में चलती है। इसे बल के विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कमांडो ही इस्तेमाल करते हैं। इस राइफल की मारक क्षमता 100 मीटर तक होती है।

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