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राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने दिल्ली हाई कोर्ट के जज रविंद्र भाट

जिस व्यवस्था के तहत सुप्रीम कोर्ट में नियुक्तियां की जातीं हैं उसे कॉलेजियम सिस्टम कहा जाता है। कॉलेजियम वकीलों या जजों के नाम की सिफारिस केंद्र सरकार को भेजती है।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 10 Apr 2019 11:41 AM (IST)Updated: Wed, 10 Apr 2019 11:41 AM (IST)
राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने दिल्ली हाई कोर्ट के जज रविंद्र भाट
राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने दिल्ली हाई कोर्ट के जज रविंद्र भाट

नई दिल्ली, एएनआइ। कॉलेजियम सिस्टम (Collegium System) के तहत दिल्ली हाई कोर्ट ( Delhi High Court ) के जज रविंद्र भाट को राजस्थान हाई कोर्ट को मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of Rajasthan High Court) चुना गया है। जज रविंद्र भाट वरिष्ठता के लिहाज से कॉलेजियम सिस्टम में आते हैं। वे दिल्ली हाई कोर्ट के वरिष्ठ जज में शुमार हैं।

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यहां पर बता दें कि जिस व्यवस्था के तहत सुप्रीम कोर्ट में नियुक्तियां की जातीं हैं उसे 'कॉलेजियम सिस्टम' कहा जाता है। कॉलेजियम वकीलों या जजों के नाम की सिफारिस केंद्र सरकार को भेजती है। इसी तरह केंद्र भी अपने कुछ प्रस्तावित नाम कॉलेजियम को भेजती है। केंद्र के पास कॉलेजियम से आने वाले नामों की जांच/आपत्तियों की छानबीन की जाती है और रिपोर्ट वापस कॉलेजियम को भेजी जाती है। सरकार इसमें कुछ नाम अपनी ओर से सुझाती है। कॉलेजियम केंद्र द्वारा सुझाव गए नए नामों और कॉलेजियम के नामों पर केंद्र की आपत्तियों पर विचार करके फाइल दुबारा केंद्र के पास भेजती है। यह भी बता दें कि जब कॉलेजियम किसी वकील या जज का नाम केंद्र सरकार के पास दोबारा भेजती है तो केंद्र को उस नाम को स्वीकार करना ही पड़ता है, लेकिन कब तक  स्वीकार करना है इसकी कोई समय सीमा नहीं है।


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