2024 में दिल्ली से मेरठ दौड़ेगी रैपिड ट्रेन, रफ्तार जानकर रह जाएंगे हैरान
दिल्ली से मेरठ तक पूरे रास्ते में 17 स्टेशन होंगे। इनमें 11 जमीन के ऊपर व छह जमीन के नीचे होंगे। इस कॉरीडोर ।पर अधिकतम गति सीमा 180 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
नई दिल्ली (जेएनएन)। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने दोनों शहरों के बीच रैपिड रेल ट्रांजिट कॉरीडोर (आरआरटीसी) को मंजूरी दे दी है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के बोर्ड की मंगलवार को शहरी विकास सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में हुई बैठक में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीसी को मंजूरी दे दी गई है।
परियोजना के पूरा होने में आठ साल लगेंगे यानी 2024 तक पहला सफर शुरू हो पाएगा। ऐसा हुआ तो दिल्ली से मेरठ का सफर बेहद आसान हो जाएगा।
परियोजना के तहत 92 किलोमीटर का कॉरीडोर बनाया जाएगा, जिस पर 12 कोच वाली ट्रेन 160 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी। बता दें कि इस कॉरीडोर पर दिल्ली से मेरठ के बीच मौजूदा एक्सप्रेस ट्रेन की तुलना में 48 मिनट व सामान्य ट्रेन की तुलना में एक घंटा कम समय लगेगा।
इस तरह हुई थी शुरुआत
वर्ष 2005 में इसका प्रस्ताव राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड की बैठक में लाया गया था। इसे साल 2032 के लिए एनसीआर में परिवहन योजना के रूप में प्रस्तावित किया गया था।
परियोजना पर होगा 21,902 करोड़ रुपये खर्च
जानकारों के मुताबिक, परियोजना पर 21,902 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसका 60 किलोमीटर का रास्ता दिल्ली मेरठ राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच खंभों के ऊपर बने मार्ग से तय होगा, जबकि 30 किलोमीटर जमीन के भीतर रहेगा। दिल्ली में सराय काले खां से यह कॉरीडोर शुरू होगा और गाजियाबाद के रास्ते मोदीपुरम में समाप्त होगा। इसमें दो डिपो कनेक्शन स्टेशन दुहाई व मोदीपुरम में होंगे। दिल्ली व मेरठ क्षेत्र में यह कॉरीडोर जमीन के भीतर होगा।
दिल्ली से मेरठ तक होंगे 17 स्टेशन
इसके पूरे रास्ते में 17 स्टेशन होंगे। इनमें 11 जमीन के ऊपर व छह जमीन के नीचे होंगे। इस कॉरीडोर पर अधिकतम गति सीमा 180 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, लेकिन परिचालन गति 160 किलोमीटर ही रखी जाएगी। हर ट्रेन में 12 कोच होंगे, जिसमें एक बिजिनेस कोच होगा।