रमजान स्पेशल: बाजार में धूम मचा रही हैं विदेशी टोपियां, पाकिस्तानी टोपी भी है खास
नमाज के लिए भी बाजार में कई प्रकार की टोपियां मौजूद हैं। इनकी कीमत पांच से लेकर पांच हजार रुपये तक है। इसके अलावा बाजार में ऐसी गोल टोपी भी है, जिसमें कोई जोड़ नहीं है और उसे काफी मेहनत से बनाया जाता है।
नई दिल्ली [ललित कौशिक]। रमजान के मौके पर बाजार में टोपियों की खासी मांग है। बच्चों से लेकर बड़ों में गोल टोपी खरीदने को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है। बाजार में तुर्की से लेकर उत्तर प्रदेश के रामपुर की टोपियों की धूम है।
बाजार में है गोल टोपी की धमक
नमाज के लिए भी बाजार में कई प्रकार की टोपियां मौजूद हैं, इसमें रंग-बिरंगी टोपियां भी शामिल हैं। इनकी कीमत पांच से लेकर पांच हजार रुपये तक है। हालांकि सफेद रंग की गोल टोपी की धमक बाजार में अब भी बरकरार है, लेकिन अब युवा पीढ़ी के लोग हरी, काली, लाल, नीली व संतरी रंग सहित अन्य रंगों वाली टोपियां खरीदते हुए नजर आ जाएंगे।
कई देशों की टोपियां मौजूद
इसको लेकर मीना बाजार और जामा मस्जिद इलाके के बाजार टोपियों से सजे पड़े हैं। दुकानों पर टोपी खरीदने को लेकर लोगों की भारी भीड़ नजर आती है। इस वक्त यहां पर इंडोनेशिया, चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश, तुर्की व सऊदी अरब सहित कई दूसरे देशों की टोपियां मौजूद है।
बच्चों को पसंद है तुर्की टोपी
बच्चों के बीच में तुर्की टोपी की खासी मांग है। यह टोपी कई रंगों में मिल जाएगी। इस टोपी के बीच में काले रंग की छोटी सी झालर लटकी हुई है जो सब टोपियों से इसे अलग बनाती है। उत्तर प्रदेश के रामपुर की टोपी के भी खरीदार बाजार में दिख जाएंगे, जिसे पहनने पर एकदम शाही अंदाज में दिखेंगे।
बाजार में बिक रही है पाकिस्तान की टोपी
दुकानदार मोहम्मद अफजाल कहते हैं कि बाजार में कई प्रकार की टोपियां हैं। कुछ टोपियों में बेहद बारीकी से कढ़ाई का काम हुआ है, जिनकी कीमत थोड़ी ज्यादा है। पाकिस्तान की टोपी भी बाजार में काफी बिक रही है, जो कई रंगों में उपलब्ध है। काली और मेहंदी वाले रंग की टोपी को ज्यादा खरीदा जा रहा है, जिसकी कीमत 120 रुपये है।
काफी मेहनत से बनती है ये टोपी
बाजार में पगड़ी वाली टोपी की भी काफी मांग है, जिसे वेल्वेट के कपड़े से तैयार किया गया। इस टोपी पर छोटे-छोटे नग लगे हुए हैं, जो टोपी को और ज्यादा खूबसूरत बना देते हैं। इसकी कीमत 80 रुपये है। इसके अलावा बाजार में ऐसी गोल टोपी भी है, जिसमें कोई जोड़ नहीं है और उसे काफी मेहनत से बनाया जाता है।
यह भी पढ़ें: अजवा खजूर की गुठली दो घंटे तक देगी गुलाब का स्वाद, इसे खा सकते हैं मधुमेह के मरीज