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Ram Mandir: 10 करोड़ से ज्यादा रामभक्तों के अर्पण से मंदिर निर्माण के लिए 2500 करोड़ हुए जमा

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने कहा कि अभियान भले ही पूर्ण हो गया हो लेकिन जो राम भक्त इस समर्पण से वंचित रह गए वे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की वेबसाइट के माध्यम से अपना समर्पण सदैव जमा करा सकते हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 06 Mar 2021 08:11 PM (IST)Updated: Sat, 06 Mar 2021 08:25 PM (IST)
Ram Mandir: 10 करोड़ से ज्यादा रामभक्तों के अर्पण से मंदिर निर्माण के लिए 2500 करोड़ हुए जमा
चंपत राय ने बताया कि तीन वर्ष में पूरा होगा मंदिर निर्माण का काम। फोटो- संजय।

नई दिल्ली [राहुल चौहान]। अयोध्या में बनने वाले भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए गत 15 जनवरी से प्रारंभ हुआ विश्व का सबसे बड़ा जन संपर्क अभियान (निधि समर्पण अभियान) 27 फरवरी को पूर्ण हो गया। इसको लेकर नार्थ एवेन्यू स्थित विश्व संवाद केंद्र में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने कहा कि अभियान भले ही पूर्ण हो गया हो लेकिन जो राम भक्त इस समर्पण से वंचित रह गए वे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की वेबसाइट के माध्यम से अपना समर्पण सदैव जमा करा सकते हैं।

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उन्होंने यह भी बताया कि हमें अभी तक अनुमान से डेढ़ गुना अधिक राशि प्राप्त हो चुकी है। हम चार लाख गांवों में समर्पण के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हुए हैं। नगरीय क्षेत्रों के सभी वार्डों में संपर्क हुआ है। हालांकि, परिवारों के आंकड़े आने अभी शेष हैं लेकिन, अनुमानत: 10 करोड़ परिवारों से हमारा संपर्क हुआ है। साथ ही समाज के हर क्षेत्र से समर्पण प्राप्त हुआ है। इस दौरान अनेक ऐसे प्रसंग आए जिन्होंने अभियान में लगे कार्यकर्ताओं के मन-मस्तिष्क को भी द्रवित कर दिया। अनेक स्थानों पर जहां भिक्षुकों ने समर्पण किया, वहीं दैनिक मजदूर व खेतिहर किसानों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। मुस्लिम समाज का समर्पण भी उल्लेखनीय है। उन्होंने यह भी कहा कि विदेशों में रहने वाले रामभक्तों से निवेदन है कि वे थोड़ी प्रतीक्षा करें। कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने पर सूचित कर दिया जाएगा।

9 लाख कार्यकर्ताओं ने किया घर-घर संपर्क

राय ने बताया कि इस विशाल अभियान में एक लाख, 75 हजार टोलियों में लगभग नौ लाख कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर संपर्क किया। 38 हजार 125 कार्यकर्ताओं के माध्यम से समर्पण निधि बैकों में जमा हुई। संपूर्ण अभियान की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जहां देश भर में 49 नियंत्रण केंद्र बनाए गए। वहीं, दिल्ली स्थित मुख्य केंद्र में दो चार्टर्ड एकाउंटेंटों के नेतृत्व में बैंक खातों की निगरानी हेतु 23 योग्य कार्यकर्ताओं ने संपूर्ण भारत से सतत् संपर्क साधकर रखा। हैदराबाद की धनुषा इंफोटेक कंपनी द्वारा बनाए गए एप ने कार्यकर्ताओं, बैंकों तथा न्यास के बीच एक मजबूत सेतु के रूप में कार्य किया।

2500 करोड़ रुपए की समर्पण निधि जमा

चंपत राय ने कहा कि अभी अंतिम आंकड़े आने शेष हैं। फिर भी 4 मार्च तक की प्राप्तियों के आधार पर कहा जा सकता है कि समर्पण राशि 2500 करोड़ को पार करेगी। इसी माह में देश के प्रत्येक जिले में अभियान का अंकेक्षण (आडिट) भी पूर्ण हो जाएगा। देश के प्रत्येक कोने में रामभक्तों ने समर्पण किया है। पूर्वोत्तर के राज्यों में अरुणाचल प्रदेश से 4.5 करोड़, मणिपुर से दो करोड़, मिजोरम से 21 लाख, नागालेंड से 28 लाख व मेघालय से 85 लाख तथा दक्षिण के राज्यों में से तमिलनाडु से 85 करोड़ व केरल से 13 करोड़ समर्पण राशि जमा हो चुकी है। एक सवाल के जवाब में चंपत राय ने बताया कि समर्पण राशि के मामले में राजस्थान के सबसे आगे रहने की उम्मीद है। अभी तक राजस्थान आगे है।

अप्रैल से शुरू हो जाएगा नींव भराई का काम

प्रेस वार्ता के दौरान जन्मभूमि पर चल रहे कार्य की स्थित के बारे में जानकारी देते हुए चंपत राय ने बाताया कि नींव की खुदाई तथा मलवा हटाने का कार्य लगभग 60 फीसद पूरा हो चुका है। आशा है अप्रैल से नींव की भराई का कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि नींव भरने का कार्य देश की विभिन्न इंजीनियरिंग संस्थाओं से मिली सलाह के आधार पर किया जाएगा। इसमें आइआइटी दिल्ली, आइआइटी मद्रास, आइआइटी मुंबई सहित कई संस्थाएं शामिल हैं। राय ने बताया कि मंदिर के निर्माण में सीमेंट का उपयोग बहुत कम होगा। साथ ही मंदिर निर्माण में भरतपुर के बंशी पहाड़ी के पत्थरों का इस्तेमाल होगा। उन्होंने बताया कि मंदिर का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए तीन वर्ष का समय निर्धारित किया गया है।


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