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Air Pollution in India: बारिश में धुल गया प्रदूषण, देश के 57 शहरों का AQI अच्छा; ग्रेटर नोएडा में सबसे बेहतर

Air Pollution in India बुधवार को दिल्ली फरीदाबाद गाजियाबाद गुरुग्राम नोएडा और ग्रेटर नोएडा सभी जगह का एयर इंडेक्स 50 से 100 से बीच यानी संतोषजनक रहा।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 10:54 AM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 10:54 AM (IST)
Air Pollution in India: बारिश में धुल गया प्रदूषण, देश के 57 शहरों का AQI अच्छा; ग्रेटर नोएडा में सबसे बेहतर
Air Pollution in India: बारिश में धुल गया प्रदूषण, देश के 57 शहरों का AQI अच्छा; ग्रेटर नोएडा में सबसे बेहतर

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता] झमाझम बारिश ने उमस भरी गर्मी से ही राहत नहीं दी, बल्कि प्रदूषण का दाग भी धो डाला। लॉकडाउन के बाद इस अनलॉक में बुधवार को पहली बार देश भर में साफ प्रदूषण मुक्त हवा दर्ज की गई। दिल्ली एनसीआर सहित कहीं भी हवा खराब नहीं थी। जानकारी के मुताबिक केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) ने बुधवार को देश के 106 शहरों का एयर इंडेक्स जारी किया। 57 शहरों का एयर इंडेक्स अच्छा, जबकि 47 शहरों का एयर इंडेक्स संतोषजनक दर्ज किया गया।

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एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली से सटे बल्लभगढ़ और मंडी गोबिंदगढ़ दो ही शहर ऐसे रहे, जिनकी हवा सामान्य थी। खराब श्रेणी की हवा तो कहीं भी नहीं रही। दिल्ली एनसीआर की बात करें तो बुधवार को दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा और ग्रेटर नोएडा सभी जगह का एयर इंडेक्स 50 से 100 से बीच यानी संतोषजनक रहा। ग्रेटर नोएडा का एयर इंडेक्स तो 50 से भी नीचे था।

गौरतलब है कि इससे पूर्व देश व्यापी लॉकडाउन के दौरान हर जगह की हवा प्रदूषण की कैद से आजाद हुई थी। अनलॉक में हवा फिर खराब होने लगी। मानसून के दौरान झमाझम बारिश ने एक बार फिर से खुलकर सांस लेने का मौका दिया है।

एयर इंडेक्स के मानक

0 से 50 के बीच-अच्छी श्रेणी

51 से 100 के बीच- संतोषजनक श्रेणी

101 से 200 के बीच- मध्यम श्रेणी

201 से 300 के बीच- खराब श्रेणी

301 से 400 के बीच- बेहद खराब श्रेणी

401 से 500 के बीच- गंभीर श्रेणी

501 से ऊपर - आपात स्थिति

बुधवार को दिल्ली एनसीआर के शहरों का एयर इंडेक्स

दिल्ली   59

फरीदाबाद  - 70

गाजियाबाद  - 54

ग्रेटर नोएडा - 42

गुरुग्राम -  53

नोएडा -  77

 भूरेलाल (अध्यक्ष, पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण) का कहना है कि बारिश के दौरान प्रदूषक तत्व और धूल कण दब जाते हैं। इसीलिए हवा साफ हो जाती है। पर्यावरण की दृष्टि से इसीलिए मानसून का सीजन अच्छा माना जाता है।


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