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बारिश से बंजर हुई सैकड़ों एकड़ जमीन, अब जान पर मंडरा रहा अनजान खतरा

कई वर्षों से सरकार की जानकारी में है ये समस्या। बावजूद इसका समाधान नहीं तलाशा जा रहा है।

By Amit SinghEdited By: Published: Sun, 02 Sep 2018 11:38 AM (IST)Updated: Sun, 02 Sep 2018 11:38 AM (IST)
बारिश से बंजर हुई सैकड़ों एकड़ जमीन, अब जान पर मंडरा रहा अनजान खतरा
बारिश से बंजर हुई सैकड़ों एकड़ जमीन, अब जान पर मंडरा रहा अनजान खतरा

रेवाड़ी (जेएनएन)। कभी आपने सुना है कि बारिश से जमीन बंजर हो रही है। शायद नहीं, अमूमन बारिश को खेती और जमीन की उपजाऊ क्षमता बढ़ाने के लिए भी बेहतर माना जाता है। लेकिन रेवाड़ी के धारूहेड़ा में बारिश की वजह से सैकड़ों एकड़ जमीन बंजर हो चुकी है। अब लोगों की जान पर एक अनजान खतरा मंडरा रहा है। बावजूद इस खतरे से निपटने के लिए गंभीरता से प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।

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मालूम हो कि दिल्ली-एनसीआर में इस वर्ष बारिश की वजह से लोगों को काफी मुसीबतों का भी सामना करना पड़ा है। बारिश की वजह से दिल्ली-एनसीआर में कई लोगों की जान जा चुकी है। वहीं बहुत से लोग मकान ढहने से बेघर हो गए हैं। बारिश में हर साल दिल्ली एनसीआर में इस तरह की घटनाएं लोगों के लिए परेशानी का सबब बनती हैं।

हालांकि धारूहेड़ा में बारिश की वजह से एक अजीब समस्या खड़ी हो गई है। दरअसल बारिश से होने वाले जलभराव में भिवाड़ी की फैक्ट्रियों से बहने वाला जहरीला रसायनयुक्त पानी सड़कों पर जमा हो जाता है। यह पानी धारूहेड़ा क्षेत्र से सटे भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र से आता है। जब-जब तेज बारिश होती है तब-तब पानी इसी तरह धारूहेड़ा की ओर बढ़ता है।

इस पानी की वजह से हरियाणा की सैंकडों एकड़ जमीन बंजर हो चुकी है। इतना ही नहीं जहरीले पानी के संपर्क में आने की वजह से आसपास के हजारों लोगों को चर्मरोग जैसी गंभीर बीमारियां हो रही हैं। जहरीले पानी की ये समस्या इतनी गंभीर है कि विधानसभा में भी यह मसला गूंज चुका है। बताया जा रहा है कि वर्षों से लटके इस मामले का कोई समाधान नहीं हो रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के हस्तक्षेप के बाद भी धारूहेड़ा क्षेत्र के आसपास के हजारों ग्रामीण नारकीय जिंदगी जीने को मजबूर हैं।


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