फसलों पर आसमान से आफत की बरसात, मौसम के बदले मिजाज से सहमे किसान
मौसम वैज्ञानिकों ने जहां इस हल्की बारिश के बाद भीषण गर्मी से हल्की राहत मिलने की बात कही तो बारिश को फसलों के लिए नुकसानदायक बताया।
नई दिल्ली, जेएनएन। पश्चिमी विक्षोक्ष के असर से सोमवार के बाद मंगलवार को आई तेज आंधी और हल्की बारिश ने गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। मिली जानाकीर के मुताबिक, बारिश व तेज आंधी के चलते दिल्ली व इससे सटे एनसीआर के नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर में गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है।
मौसम वैज्ञानिकों ने नोएडा सहित एनसीआर में मंगलवार के साथ बुधवार खो आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश की संभावना व्यक्त की है। मौसम वैज्ञानिकों ने जहां इस हल्की बारिश के बाद भीषण गर्मी से हल्की राहत मिलने की बात कही, तो बारिश को फसलों के लिए नुकसानदायक बताया।
स्काइमेट के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने बताया बुधवार को भी दिल्ली-एनसीआर सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मौसम करवट बदल सकता है। ऐसा राजस्थान के पास बने पश्चिमी विक्षोभ से है। जो चक्रवात के रूप में आगे बढ़ रहा है, जिससे आंधी के साथ तेज बारिश का अनुमान है। बारिश का असर राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब के कई जिलों में भी देखने को मिल सकता है। सबसे ज्यादा असर दिल्ली-एनसीआर और राजस्थान में दिखेगा। जहां धूल भरी आंधी के साथ 30-40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। कुछ इलाकों में बारिश के साथ ओले भी पड़ सकते है। इस हल्की बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से निजात मिलेगी।
मौसम वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी ने बढ़ाई किसानों की चिता
मौसम वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी ने किसानों की चिता बढ़ाने का काम किया है। दरअसल इस समय खेतों में गेहूं की फसल पककर कटने के लिए तैयार है। ऐसे समय में बारिश या मामूली बूंदाबांदी भी हुई, तो किसानों की फसलों का भारी नुकसान होगा। सरसों के लिए भी यह बारिश बेहद नुकसानदायक है। कृषि वैज्ञानिकों ने बताया मौसम की अनुकूलता के कारण इस बार गेहूं की फसल के बंपर पैदा होने की उम्मीद है। बारिश से गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, बागपत, हापुड़ आदि के किसानों को भारी नुकसान पहुंचेगा। हल्की बूंदाबांदी भी हुई तो पानी लगने से गेहूं व सरसों का दाना काला पड़ जाएगा। जिससे किसानों को मंडी में फसल का सही दाम नहीं मिलेगा। यदि बारिश के साथ हवा भी चलती है, तो भी फसल गिर जाएगी, जिससे उत्पादन प्रभावित होगा।