राहुल की सद्बुद्धि के लिए अरदास करेंगे पीड़ित परिवार, सिख विरोधी दंगों पर दिया था बड़ा बयान
दंगा पीड़ित परिवारों में भारी नाराजगी है। वे लोग कांग्रेस अध्यक्ष को सद्बुद्धि देने के लिए 28 अगस्त को गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में बनी सच की दीवार पर अरदास करेंगे।
नई दिल्ली [राज्य ब्यूरो]। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) ने 1984 के सिख विरोधी दंगे में कांग्रेस के शामिल नहीं होने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा किए गए दावे को खारिज कर दिया है। कमेटी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष कह रहे हैं कि उनकी पार्टी गुरुनानक देव जी के बताये मार्ग पर चल रही है, लेकिन इसमें कोई सच्चाई नहीं है। सारी दुनिया जानती है कि 1984 में सिखों का कत्लेआम किसने करवाया था।
सच की दीवार पर अरदास
राहुल के पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने सिखों के खिलाफ हो रहे तांडव को सही ठहराया था, इसके बावजूद वे सिख विरोधी दंगे में कांग्रेस का हाथ होने से इन्कार कर रहे हैं। उनके बयान से दंगा पीड़ित परिवारों में भारी नाराजगी है। वे लोग कांग्रेस अध्यक्ष को सद्बुद्धि देने के लिए 28 अगस्त को गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में बनी सच की दीवार पर अरदास करेंगे।
गुमराह कर रहे हैं राहुल गांधी
जीके ने कहा कि दंगे की जांच के लिए बने 11 जांच आयोगों व कमेटियों के सामने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के नाम सामने आए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसद में सिखों के कत्लेआम में काग्रेस पार्टी की भूमिका पर माफी मांगी थी। इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष के दावे में कोई सच्चाई नहीं है। वह लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
अपने नेताओं को सजा तक नहीं दिला सकी कांग्रेस
मनजीत सिंह जीके ने कहा कि गुरुनानक देव जी ने हिंदुस्तानियों पर जुल्म करने वाले मुगल बादशाह बाबर को जाबर कहने की हिम्मत दिखाई थी, लेकिन कांग्रेस सिखों की हत्या के आरोपी अपने नेताओं को सजा तक नहीं दिला सकी। वह उन्हें अपनी पार्टी से भी निकालने की हिम्मत नहीं दिखा सकी। इस स्थिति में कांग्रेस कैसे कह सकती है कि वह गुरुनानक देव जी के बताए मार्ग पर चल रही है।